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जस्टिस सूर्यकांत आज भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली। उनका कार्यकाल लगभग 15 महीने का होगा। आइए ऐसे में जानते हैं कि एक CJI की मासिक वेतन कितना होता है और उन्हें क्या सरकारी सुविधाएं मिलती है।
53वें मुख्य न्यायाधी सूर्यकांत
New Delhi: सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जस्टिस सूर्यकांत ने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली। अब वह मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बी.आर. गवई की जगह सुप्रीम कोर्ट का नेतृत्व संभालेंगे। उनका कार्यकाल लगभग 15 महीने का होगा और वे 9 फरवरी 2027 को 65 वर्ष की आयु पूरी होने पर रिटायर होंगे।
भारत के मुख्य न्यायाधीश देश की न्यायिक प्रणाली के सर्वोच्च पद पर होते हैं। ये सुप्रीम कोर्ट के मुखिया होते हैं और न्याय व्यवस्था की निगरानी करते हैं। उनके फैसले पूरे न्यायिक प्रणाली पर प्रभाव डालते हैं। इतना महत्वपूर्ण पद होने के कारण उन्हें अच्छे वेतन के साथ-साथ कई सरकारी सुविधाएं भी दी जाती हैं।
भारत सरकार के नियमों के अनुसार, CJI को हर महीने 2.80 लाख रुपये वेतन मिलता है। यह वेतन ‘सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट जज वेतन अधिनियम’ के तहत तय होता है। बेसिक सैलरी के अलावा उन्हें कई सरकारी सुविधाएं भी मिलती हैं। जैसे-
1. दिल्ली में मुफ्त सरकारी बंगला
2. निजी ड्राइवर, सहायक और सुरक्षा
3. बिजली-पानी की मुफ्त या रियायती सुविधा
4. मोबाइल और लैंडलाइन फोन की मुफ्त सुविधा
5. सरकारी खर्च पर देश-विदेश की यात्रा
6. मुफ्त मेडिकल सुविधा
7. रिटायरमेंट के बाद पेंशन और सुरक्षा लाभ
इन सुविधाओं के कारण CJI का जीवन आरामदायक होने के साथ-साथ देश की सर्वोच्च न्यायपालिका में प्रभावी नेतृत्व सुनिश्चित होता है।
CJI सूर्यकांत का जन्म 10 फरवरी 1962 को हरियाणा के हिसार जिले के एक सामान्य परिवार में हुआ। उनके पिता संस्कृत शिक्षक थे और माता गृहिणी। वे पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वहीं पूरी की और हिसार से वकालत की शुरुआत की। बाद में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में उन्होंने वकील के रूप में लंबा करियर किया। 2011 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से कानून में पोस्ट ग्रेजुएशन में पहला स्थान हासिल किया।
53वें मुख्य न्यायाधी सूर्यकांत
जस्टिस सूर्यकांत को अपने स्पष्ट दृष्टिकोण और निष्पक्ष न्याय के लिए जाना जाता है। उनका मानना है कि लंबित मामलों की संख्या को कम करना न्यायपालिका की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। वे हाई कोर्टों के साथ समन्वय कर जिला और अधीनस्थ अदालतों की समस्याओं का समाधान करना चाहते हैं।
आज के समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जस्टिस सूर्यकांत को शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व और वर्तमान न्यायाधीश समेत कई अंतरराष्ट्रीय अतिथि उपस्थित रहेंगे। जस्टिस सूर्यकांत का परिवार और तीनों भाई समारोह में शामिल हैं।