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CJI सूर्यकांत ने आज भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। उनका करियर कई महत्वपूर्ण पदों
से होकर गुजरा है, जिनमें हरियाणा के सबसे युवा एडवोकेट जनरल और सुप्रीम कोर्ट जज के रूप में जिम्मेदारी शामिल है।
CJI सूर्यकांत के महत्वपूर्ण पद
New Delhi: CJI सूर्यकांत ने आज भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की। वह सुप्रीम कोर्ट का नेतृत्व संभालते हुए देश की न्यायपालिका में नई दिशा स्थापित करेंगे। उनका कार्यकाल लगभग 15 महीने का होगा और वे 9 फरवरी 2027 को रिटायर होंगे।
CJI सूर्यकांत का करियर लगातार प्रगति का उदाहरण रहा है। उनके प्रमुख न्यायिक पदों और उपलब्धियों में शामिल हैं:
1. सबसे युवा एडवोकेट जनरल, हरियाणा (2000): CJI सूर्यकांत ने कम उम्र में ही हरियाणा के राज्य की कानूनी मामलों की निगरानी शुरू की।
2. सीनियर एडवोकेट (2001): हाई कोर्ट में वकालत के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों में प्रतिनिधित्व किया।
3. जज, पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट (2004): न्यायिक करियर में पहला बड़ा कदम, जहां उन्होंने संवैधानिक और नागर मामलों पर कई फैसले दिए।
4. चीफ जस्टिस, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट (2018): हाई कोर्ट का नेतृत्व करते हुए उन्होंने न्याय प्रणाली को आधुनिक बनाने और लंबित मामलों को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया।
5. जज, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया (2019): देश की सर्वोच्च अदालत में न्यायाधीश के रूप में शामिल होकर उन्होंने कई संवैधानिक और महत्वपूर्ण मामलों में योगदान दिया।
6. चेयरमैन, सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विसेज कमेटी (2024): न्यायिक सुधार और कानूनी सेवाओं के विस्तार में भूमिका निभाई।
CJI सूर्यकांत ने न्यायपालिका के अलावा कई प्रशासनिक और सामाजिक भूमिकाओं में भी योगदान दिया:
1. नेशनल लीगल सर्विसेज अथॉरिटी के सदस्य (2007-2011): कानूनी सहायता और न्याय तक पहुँच बढ़ाने में योगदान।
2. इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट की विभिन्न समितियों के सदस्य: कानून के क्षेत्र में नीतिगत और शैक्षणिक सुधारों में सक्रिय भूमिका।
इन पदों ने उन्हें न केवल न्यायिक मामलों का अनुभव दिया, बल्कि नेतृत्व और प्रशासन में भी दक्ष बनाया।
CJI सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश
CJI सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में कई अहम फैसलों में शामिल रहे हैं:
CJI सूर्यकांत का शपथ ग्रहण समारोह आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा संपन्न किया गया। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व और वर्तमान न्यायाधीश और अंतरराष्ट्रीय अतिथि उपस्थित रहे।