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भारत में आज न्यायपालिका के इतिहास का अहम दिन है। जस्टिस सूर्यकांत देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। करीब 15 महीनों का उनका कार्यकाल महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कार्यक्रम में 7 देशों के मुख्य न्यायाधीशों की उपस्थिति इसे खास बना रही है।
जस्टिस सूर्यकांत ने ली CJI पद की शपथ
1. सबसे युवा एडवोकेट जनरल, हरियाणा (2000)
2. सीनियर एडवोकेट (2001)
3. जज, पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट (2004)
4. चीफ जस्टिस, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट (2018)
5. जज, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया (2019)
6. चेयरमैन सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विसेज कमेटी (2024)
शपथ ग्रहण के बाद CJI सूर्यकांत ने अपने परिवार का आशीर्वाद लिया। उन्होंने इस ऐतिहासिक क्षण को साझा कर व्यक्तिगत खुशी और प्रेरणा महसूस की।
जस्टिस सूर्यकांत ने मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ग्रहण की। समारोह में कई गणमान्य अतिथि मौजूद थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित हुईं। उन्होंने समारोह स्थल पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों और जनता का अभिवादन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे। उनका स्वागत कार्यक्रम स्थल पर मौजूद गणमान्य अतिथियों और जनता ने किया, इस ऐतिहासिक अवसर की शोभा बढ़ी।
जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पीयूष गोयल और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी उपस्थित हैं।
जस्टिस सूर्यकांत शपथ ग्रहण कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और उपस्थित लोगों से मिले। उन्होंने उन्हें अभिवादन किया और इस ऐतिहासिक अवसर की शुरुआत से पहले जनता का उत्साह महसूस किया।
जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में न्यायविद बीआर गवाई भी पहुंचे चुके है और मौजूद लोगों से भेंट की।
जस्टिस सूर्यकांत का शपथ ग्रहण समारोह थोड़ी देर में शुरू होगा। भारी संख्या में लोग और गणमान्य अतिथि कार्यक्रम स्थल पर पहुंच चुके हैं, जो इस ऐतिहासिक अवसर की गवाह बनेंगे।
जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंच गए। जल्द ही कार्यक्रम में पीएम मोदी और राष्ट्रपति राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहुंचेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जस्टिस सूर्यकांत के शपथ समारोह में भाग लेंगे। वे उपस्थित न्यायाधीशों और अतिथियों का स्वागत करेंगे और इस ऐतिहासिक अवसर को महत्व देंगे।
जस्टिस सूर्यकांत ने बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) से जुड़े मामले में चुनाव आयोग को निर्देश दिया कि ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से बाहर किए गए। 65 लाख नामों की पूरी जानकारी सार्वजनिक की जाए। यह आदेश चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और मतदाताओं के अधिकार की रक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दिया गया था।
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत आज देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें पद की शपथ दिलाएंगी। उनका कार्यकाल लगभग 14 महीनों का होगा और वे 9 फरवरी 2027 को सेवानिवृत्त होंगे। शपथ समारोह में 7 देशों के मुख्य न्यायाधीश भी शामिल होंगे।
1. अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने का फैसला।
2. ओआरओपी (वन रैंक वन पेंशन) वैध ठहराना।
3.नागरिकता कानून और बिहार मतदाता सूची मामले।
4. दिल्ली आबकारी शराब नीति मामले में अरविंद केजरीवाल को जमानत।
5. बिहार के 65 लाख मतदाता सार्वजनिक किए।
शपथ ग्रहण से पहले जस्टिस सूर्यकांत ने स्पष्ट किया कि सुप्रीम कोर्ट और देशभर की अदालतों में लंबित मामलों को कम करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि वे सबसे पहले सभी हाई कोर्ट से समन्वय कर जिला और अधीनस्थ अदालतों की समस्याओं की जड़ पर काम शुरू करेंगे।
जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में उनके तीनों भाई ऋषिकांत, शिवकांत और देवकांत आज शामिल होंगे। परिवार कल ही दिल्ली पहुंच गया और हरियाणा भवन में ठहरा है। पूरा परिवार इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने को उत्साहित है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज जस्टिस सूर्यकांत को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाएंगी। समारोह राष्ट्रपति भवन में सुबह 10 बजे शुरू होगा, जिसमें कई देशों के मुख्य न्यायाधीश भी मौजूद रहेंगे।
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के मुख्य न्यायाधीश विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। उनके साथ आए परिवार के सदस्य भी मौजूद रहेंगे। अंतरराष्ट्रीय न्यायिक उपस्थिति के कारण यह समारोह बेहद खास माना जा रहा है।
New Delhi: भारत में आज का दिन न्यायपालिका, रक्षा और राजनीति तीनों मोर्चों पर बेहद अहम साबित होने वाला है। सुप्रीम कोर्ट को आज नया मुखिया मिलेगा। जस्टिस सूर्यकांत सोमवार को देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। उनका कार्यकाल लगभग 15 महीनों का रहेगा और वे 9 फरवरी 2027 को रिटायर होंगे। शपथ ग्रहण समारोह को लेकर विशेष उत्सुकता है, क्योंकि दुनिया के 7 देशों के मुख्य न्यायाधीश इसमें विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इसे न्यायिक कूटनीति की दिशा में भारत की बड़ी और महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। जस्टिस सूर्यकांत से न्यायपालिका में कुछ प्रमुख सुधारों और नई दिशा की उम्मीदें भी जताई जा रही हैं। CJI के शपथ समारोह से जुड़ी हर ताज़ा और बड़ी खबर तुरंत पाएं।