Gold Rate: सोने की कीमतों में आई भारी गिरावट, दिल्ली-मुंबई में गोल्ड रेट 1500 रुपये तक सस्ता

देश में13 मई 2025 को सोने की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 13 May 2025, 1:19 PM IST
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नई दिल्ली: इस समय भारत- पाकिस्तान, दोनों देश सीजफायर पर सहमत हो गए हैं, इसी बीच देश में मंगलवार, 13 मई 2025 को सोने की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। यह हफ्ते का दूसरा कारोबारी दिन था और सोने के भाव में करीब 1500 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी देखी गई। आज के कारोबार में 24 कैरेट सोने का रेट 95,500 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने का भाव 87,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा। इस गिरावट ने निवेशकों और खरीदारों के बीच चर्चा का माहौल बना दिया है। आइए जानते हैं कि देश के प्रमुख शहरों में सोने और चांदी के दाम क्या रहे और इस गिरावट के पीछे के कारण क्या हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, देश की राजधानी दिल्ली में 13 मई 2025 को 22 कैरेट सोने की कीमत 87,650 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने की कीमत 95,610 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई। वहीं, आर्थिक राजधानी मुंबई में 22 कैरेट सोना 87,500 रुपये और 24 कैरेट सोना 95,460 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। इन कीमतों में पिछले सत्र की तुलना में उल्लेखनीय कमी देखी गई, जिसने बाजार में सोने की मांग को प्रभावित किया।

सोने की कीमतों में गिरावट के प्रमुख कारण

सोने की कीमतों में इस भारी गिरावट के पीछे कई वैश्विक और क्षेत्रीय कारक जिम्मेदार हैं। सबसे बड़ा कारण है अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव में कमी। हाल ही में अमेरिका ने चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर ड्यूटी बढ़ाने की योजना को 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया। इस फैसले से वैश्विक बाजारों में स्थिरता का माहौल बना, जिसके चलते निवेशकों ने सोने जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों से पूंजी निकालकर शेयर बाजार और अन्य परिसंपत्तियों में निवेश शुरू किया। नतीजतन, सोने की मांग में कमी आई और कीमतों में गिरावट दर्ज की गई।

इसके अलावा, भू-राजनीतिक स्थिरता ने भी सोने की कीमतों पर दबाव डाला। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में युद्धविराम की संभावनाएं बढ़ी हैं, जबकि भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव में भी कमी देखी गई है। ऐसी अनिश्चितताओं के समय में निवेशक आमतौर पर सोने को सुरक्षित निवेश मानते हैं, लेकिन स्थिरता बढ़ने से सोने की मांग कम हो रही है।

शेयर बाजार और डॉलर की मजबूती का असर

वैश्विक शेयर बाजारों में हालिया तेजी और अमेरिकी डॉलर की मजबूती ने भी सोने की कीमतों को प्रभावित किया है। मजबूत डॉलर के कारण सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में दबाव में रहीं, क्योंकि सोना आमतौर पर डॉलर में मूल्यांकित होता है। इसके साथ ही, निवेशकों ने सोने में मुनाफावसूली शुरू की, जिससे बिकवाली बढ़ी और कीमतें और नीचे आईं।

निवेशकों के लिए क्या है संदेश?

सोने की कीमतों में यह गिरावट उन खरीदारों के लिए एक अवसर हो सकती है जो गहने या निवेश के लिए सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतें भविष्य में फिर से बढ़ सकती हैं, खासकर अगर वैश्विक बाजारों में कोई नया तनाव या अनिश्चितता पैदा होती है। इसलिए, निवेशकों को बाजार के रुझानों पर नजर रखते हुए सोच-समझकर फैसला लेना चाहिए।

13 मई 2025 को सोने की कीमतों में आई गिरावट ने बाजार में एक नई हलचल पैदा की है। दिल्ली और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों में सोने के दाम में कमी देखी गई, जो वैश्विक और क्षेत्रीय कारकों का परिणाम है।

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