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उत्तर प्रदेश में भी बारिश और बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। खासकर रामगंगा नदी में जलस्तर बढ़ने से हालात गंभीर हो गए हैं। मुरादाबाद में रविवार को एक मोटरसाइकिल सवार युवक बह गया। वह करीब 22 घंटे तक एक पेड़ पर बैठा रहा, जिसके बाद उसे रेस्क्यू किया गया। बीते 24 घंटों में राज्य के 54 ज़िलों में औसतन 5.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। कई नदियां और नाले खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं।
बाढ़ का कहर
New Delhi: देश के कई हिस्सों में इस समय मानसून का कहर देखने को मिल रहा है। बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कहीं सड़कें बह गई हैं, कहीं लोग घरों में फंसे हैं तो कहीं पुल ढह चुके हैं। इस भीषण आपदा में अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है और 37 लोग लापता हैं।
बिहार के 7 ज़िलों में बाढ़, 10 लाख लोग प्रभावित
बिहार में स्थिति सबसे चिंताजनक बनी हुई है। राज्य के 7 ज़िले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं और 10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। गंगा समेत 10 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। पटना जिले की 24 पंचायतें जलमग्न हैं। कई गांवों का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है। राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।
उत्तर प्रदेश की नदियां उफान पर, जान जोखिम में
उत्तर प्रदेश में भी बारिश और बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। खासकर रामगंगा नदी में जलस्तर बढ़ने से हालात गंभीर हो गए हैं। मुरादाबाद में रविवार को एक मोटरसाइकिल सवार युवक बह गया। वह करीब 22 घंटे तक एक पेड़ पर बैठा रहा, जिसके बाद उसे रेस्क्यू किया गया। बीते 24 घंटों में राज्य के 54 ज़िलों में औसतन 5.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। कई नदियां और नाले खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं।
उत्तराखंड में हजारों लोगों की जान खतरे में
उत्तराखंड में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते कई जगहों पर आपात स्थिति उत्पन्न हो गई है। सबसे ज्यादा असर उत्तरकाशी, हर्षिल, धराली और डबरानी क्षेत्रों में देखा गया। 20 लोगों को रविवार को एयरलिफ्ट कर मातली हेलीपैड लाया गया। अब तक 1,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। देहरादून में देर रात भारी बारिश के कारण जलभराव हो गया है। सुसवा, बिंदाल, तमसा और रिस्पना नदियां उफान पर हैं। उत्तराखंड पुलिस लगातार खतरे वाले क्षेत्रों में तैनात है।
हिमाचल प्रदेश में 360 सड़कें बंद, भूस्खलन से NH-305 बाधित
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन को पंगु बना दिया है। राज्य में 360 से अधिक सड़कों पर यातायात पूरी तरह बंद है। औट-सैंज मार्ग (NH-305) भूस्खलन के कारण बाधित हो गया है। मानसून सीजन में अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है और 37 लोग लापता हैं।
बंगाल की खाड़ी से फिर खतरा
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर 13 अगस्त से एक नया निम्न दबाव क्षेत्र सक्रिय होगा, जिससे कई राज्यों में फिर से भारी बारिश की आशंका है। मध्य प्रदेश में बारिश कुछ दिनों से रुकी हुई थी, लेकिन अब दोबारा सक्रिय हो गई है। विभाग ने राज्यभर में एक और भारी बारिश के दौर की संभाव