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भोगांव के अर्कबेलपुर गांव में अलाव तापते समय डीजल कैन में हुए विस्फोट से दो किशोर गंभीर रूप से झुलस गए। दोनों का इलाज जिला अस्पताल के बर्न वार्ड में जारी है। डॉक्टरों ने अलाव के पास ज्वलनशील पदार्थ न रखने की सलाह दी है।
डीजल कैन से विस्फोट (Img- Internet)
Mainpuri: यूपी के मैनपुरी जनपद के भोगांव थाना क्षेत्र से सामने आई यह घटना ठंड के मौसम में बरती जाने वाली लापरवाहियों पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। गांव अर्कबेलपुर में सुबह ठंड से बचाव के लिए जल रहा अलाव अचानक दो परिवारों के लिए जिंदगी भर का दर्द बन गया।
जानकारी के मुताबिक, गांव निवासी सुनील कुमार का 11 वर्षीय पुत्र कन्हैया सुबह घर के बाहर अलाव ताप रहा था। कुछ ही देर में पड़ोसी संजय सिंह का 17 वर्षीय पुत्र शिवम भी वहां आकर बैठ गया। अलाव के पास ही डीजल से भरी एक कैन रखी हुई थी, जिसे आग तेज करने के उद्देश्य से इस्तेमाल किया जा रहा था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, किसी व्यक्ति ने अलाव को भड़काने के लिए कैन से डीजल निकालकर आग में डाला और खाली कैन को वहीं रख दिया। इसी दौरान आग की लपटें कैन तक पहुंच गईं और देखते ही देखते तेज धमाके के साथ कैन फट गई। विस्फोट इतना अचानक था कि पास बैठे कन्हैया और शिवम संभल भी नहीं पाए और आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए।
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अस्पताल में बच्चे का इलाज जारी (Img- Internet)
घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। परिजन और ग्रामीण आनन-फानन में दोनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भोगांव लेकर पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने दोनों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। फिलहाल दोनों का इलाज जिला अस्पताल के बर्न वार्ड में चल रहा है।
डॉक्टरों के अनुसार, दोनों किशोरों के शरीर के कई हिस्सों पर जलने के घाव हैं, हालांकि समय रहते इलाज मिलने से उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। घटना के बाद परिवार में भय और चिंता का माहौल बना हुआ है।
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जिला अस्पताल में तैनात सर्जन डॉ. गौरव पारिख ने इस घटना को गंभीर चेतावनी बताते हुए कहा कि ठंड में अलाव तापते समय लोग अक्सर डीजल या केरोसिन का इस्तेमाल करते हैं, जो बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। डीजल की भाप आग के संपर्क में आते ही तेजी से फैलती है, जिससे कैन या बोतल में विस्फोट का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।