

जम्मू से अमरनाथ यात्रा का पहला जत्था रवाना हो गया है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भगवती नगर कैंप से यात्रा को हरी झंडी दिखाई। यहां पढ़ें पूरी खबर
अमरनाथ यात्रा 2025 (सोर्स- इंटरनेट)
Jammu: अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था आज जम्मू से रवाना हो गया है। बता दें कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भगवती नगर बेस कैंप से यात्रा को हरी झंडी दिखाते हुए श्रद्धालु को आगे बढ़ने की इजाजत दे दी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक श्रद्धालु दोपहर में कश्मीर घाटी पहुंचेंगे। हालांकि आधिकारिक तौर पर यात्रा कल से शुरू होगी। 38 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से होगी।
नौ अगस्त को होगी यात्रा समाप्त
बता दें कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44) समेत पूरे मार्ग पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं यह यात्रा रक्षाबंधन के दिन 9 अगस्त को समाप्त होगी। पिछले साल यह यात्रा 52 दिनों तक चली थी और 5 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए थे।
अब तक इतने लोगों ने कराया पंजीकरण
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अब तक 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। तत्काल पंजीकरण के लिए जम्मू में सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम, पंचायत भवन और महाजन सभा में केंद्र खोले गए हैं।
कोई भी खतरा श्रद्धालुओं की आस्था को नहीं हिला सकता: एलजी
जम्मू में तवी रिवरफ्रंट पर 'तवी आरती' में शामिल हुए राज्य के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आज पूरी दुनिया की निगाहें अमरनाथ यात्रा पर हैं और कोई भी खतरा श्रद्धालुओं की आस्था को नहीं हिला सकता। एलजी ने दावा किया कि इस साल की अमरनाथ यात्रा पिछले सभी सालों से ज्यादा ऐतिहासिक होगी और उनके लिए यह जम्मू-कश्मीर के प्राचीन गौरव को बहाल करने का एक अवसर है।
कोई भी खतरा श्रद्धालुओं की आस्था को नहीं हिला सकता: एलजी
जम्मू में तवी रिवरफ्रंट पर 'तवी आरती' में शामिल हुए राज्य के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आज पूरी दुनिया की निगाहें अमरनाथ यात्रा पर हैं और कोई भी खतरा श्रद्धालुओं की आस्था को नहीं हिला सकता। एलजी ने दावा किया कि इस साल की अमरनाथ यात्रा पिछले सभी सालों से ज्यादा ऐतिहासिक होगी और उनके लिए यह जम्मू-कश्मीर के प्राचीन गौरव को बहाल करने का एक अवसर है।
2019 के बाद जम्मू-कश्मीर अंधकार से निकला बाहर: एलजी
उपराज्यपाल ने आगे कहा कि मेरे लिए जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी सिर्फ प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं है, यह पवित्र भूमि की खोई हुई छवि को बहाल करने का एक अवसर है। मैंने इसे एक पवित्र मंदिर जैसा भव्य रूप देने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि 2019 के बाद जम्मू-कश्मीर अंधकार से बाहर निकलकर सम्मान, गौरव और आध्यात्मिकता की नई ऊंचाइयों की ओर कदम बढ़ा रहा है।
दुनिया की निगाहें अमरनाथ यात्रा पर
अमरनाथ यात्रा के बारे में मनोज सिन्हा ने कहा कि दुनिया की निगाहें इस यात्रा पर हैं। श्रद्धालुओं का संकल्प दृढ़ है, कोई भी खतरा या खतरा उनकी आस्था को नहीं हिला सकता। उन्होंने कहा कि पूरा जम्मू-कश्मीर बाबा बर्फानी के भक्तों के स्वागत के लिए तैयार है और यह यात्रा आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर होगी। उन्होंने भगवान शिव से सभी को स्वास्थ्य, खुशी और शांति प्रदान करने की कामना भी की।