

दिल्ली के उच्च सुरक्षा वाले इलाके चाणक्यपुरी में कांग्रेस सांसद आर. सुधा के साथ हुई चेन स्नैचिंग की घटना से सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। सुबह की सैर के दौरान बाइक सवार बदमाशों ने सांसद पर हमला किया और उनकी सोने की चेन लूटकर फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस जांच में जुट गई है और क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
सांसद आर सुधा (Img: Google)
New Delhi: देश की राजधानी दिल्ली के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले क्षेत्र चाणक्यपुरी में सोमवार सुबह चेन स्नैचिंग की एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। यह वारदात किसी आम नागरिक के साथ नहीं, बल्कि संसद की सदस्य और तमिलनाडु के मयीलाडूतुरै से कांग्रेस सांसद आर. सुधा के साथ हुई है। घटना सुबह करीब 6 बजे की है, जब वह अपने सरकारी आवास तमिलनाडु भवन से सुबह की सैर पर निकली थीं।
सोने की चेन झपटकर फरार हुए बदमाश
जानकारी के अनुसार, तमिलनाडु भवन से लगभग 500-600 मीटर की दूरी पर एक बाइक सवार बदमाश अचानक उनके पास आया और उनके गले से सोने की चेन झपट कर फरार हो गया। सांसद सुधा ने शोर मचाकर बदमाश को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह मौके से भागने में सफल रहा।
मामले में एफआईआर दर्ज
घटना की सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस हरकत में आ गई। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है। आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी के लिए 10 से अधिक टीमें बनाई गई हैं। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, साथ ही डंप डेटा की भी जांच की जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की जा रही है और इलाके में संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी की जा रही है।
महिला सांसद की गर्दन पर आई चोट
सांसद आर. सुधा ने बताया कि इस हमले से उन्हें गर्दन पर चोट आई है और वह इस घटना से मानसिक रूप से आहत हैं। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को मामले की शिकायत दी है। इसके अलावा उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखकर अपनी चिंता जाहिर की है। पत्र में उन्होंने कहा, "अगर देश की राजधानी के सबसे सुरक्षित क्षेत्र में एक महिला सांसद सुरक्षित नहीं है, तो आम महिलाओं की सुरक्षा की कल्पना कैसे की जा सकती है?"
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी इस मुद्दे पर सक्रिय नजर आईं और आर. सुधा को लोकसभा अध्यक्ष के पास ले जाकर मामले को उठाया। प्रियंका ने सुरक्षा में चूक पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
गौरतलब है कि इन दिनों संसद का सत्र चल रहा है और चाणक्यपुरी, संसद भवन व आसपास के इलाकों में सुरक्षा सामान्य दिनों की तुलना में कहीं अधिक होती है। इसके बावजूद इस प्रकार की वारदात से न केवल सुरक्षा एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते हैं, बल्कि राजधानी में महिला सुरक्षा की स्थिति पर भी गंभीर चिंता पैदा होती है।