Air Force Day 2025: भारतीय वायुसेना का 93वां स्थापना दिवस, ‘रॉयल’ नाम से हुई थी शुरूआत, जानें खास बातें

भारतीय वायुसेना आज अपना 93वां स्थापना दिवस धूमधाम से मना रही है। इस वर्षगांठ को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के वीर योद्धाओं के सम्मान में मनाया जाएगा, जिन्होंने देश की हवाई सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जानें भारतीय वायुसेना के गौरवपूर्ण इतिहास और उसकी ताकत।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 8 October 2025, 12:26 PM IST
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New Delhi: भारत के इतिहास में 8 अक्टूबर का दिन एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, क्योंकि इसी दिन 1932 में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force - IAF) की नींव पड़ी थी। इस दिन को हर साल वायुसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारतीय वायुसेना ने पिछले 93 वर्षों में कई ऐतिहासिक घटनाओं और युद्धों में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है। इस दिन को खास बनाने के लिए वायुसेना के वीर योद्धाओं और उनकी साहसिक कार्रवाइयों को सम्मानित किया जाता है।

रॉयल इंडियन एयरफोर्स से भारतीय वायुसेना तक का सफर

भारत में वायुसेना की शुरुआत ब्रिटिश शासन के दौरान हुई थी। 8 अक्टूबर 1932 को इसे रॉयल इंडियन एयरफोर्स (RIAF) के नाम से स्थापित किया गया था। इसका आरंभ केवल 6 अधिकारियों और 4 बाइप्लेन विमानों से हुआ था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इसके योगदान के कारण इसे ‘रॉयल’ खिताब से नवाजा गया। हालांकि, 1950 में भारत के गणतंत्र बनने के बाद ‘रॉयल’ शब्द हटा दिया गया और इसे आधिकारिक रूप से ‘भारतीय वायुसेना’ (IAF) के नाम से जाना जाने लगा।

भारतीय वायुसेना का योगदान

भारतीय वायुसेना ने न केवल देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि उसने कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन्स भी किए हैं जो सैन्य इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज हैं। इनमें से कुछ प्रमुख ऑपरेशन्स हैं-

  • ऑपरेशन मेघदूत (1984): सियाचिन ग्लेशियर पर भारतीय सेना की आपूर्ति और हवाई गश्त के लिए यह ऑपरेशन बेहद महत्वपूर्ण था।
  • ऑपरेशन रॉम्बो (1988): मालदीव में आतंकवादियों के खिलाफ भारतीय वायुसेना की कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
  • बालाकोट एयरस्ट्राइक (2019): पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना द्वारा की गई यह एयरस्ट्राइक काफी चर्चित हुई थी।
  • ऑपरेशन सिंदूर (2024): पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने सबसे लंबी रेंज से हवाई प्रहार किया, जो वायुसेना की क्षमता और युद्धकौशल का प्रतीक बन गया।

इन ऑपरेशन्स ने भारतीय वायुसेना को दुनिया की सबसे प्रभावशाली वायुसेनाओं में शुमार कर दिया है।

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दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर वायुसेना

भारतीय वायुसेना आज दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर वायुसेना मानी जाती है। इसका विशाल बेड़ा और उच्च तकनीकी क्षमताएं इसे वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख सैन्य शक्ति बनाती हैं। भारतीय वायुसेना के पास कुल 2,229 विमान हैं, जिनमें उन्नत लड़ाकू जेट्स, हेलीकॉप्टर और सहायक विमान शामिल हैं।

IAF का बेड़ा और उसकी संरचना

भारतीय वायुसेना के पास 53 उन्नत लड़ाकू जेट्स हैं, जैसे राफेल और सुखोई Su-30 MKI, जो हवाई श्रेष्ठता स्थापित करने और दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमले करने में सक्षम हैं। इसके अलावा, 899 हेलीकॉप्टरों का बड़ा जखीरा भी है, जो त्वरित परिवहन, रसद सहायता और खोज-बचाव अभियानों के लिए प्रयोग में लाया जाता है।

वायुसेना के पास 831 सहायक विमान भी हैं, जो प्रशिक्षण, जासूसी और अन्य मिशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारतीय वायुसेना की यह संरचना उसे एक सशक्त सैन्य शक्ति के रूप में स्थापित करती है।

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वैश्विक वायु शक्तियां

आज दुनिया में कई प्रमुख वायु शक्तियां हैं-

अमेरिका: दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे तकनीकी रूप से उन्नत वायुसेना।

रूस: ऐतिहासिक रूप से शक्तिशाली वायुसेना, जो भारी लड़ाकू विमानों के लिए प्रसिद्ध है।

चीन: एशिया की सबसे तेजी से उभरती हुई वायु सेना।

भारत: एक बहु-भूमिका वाली वायुसेना, जो पश्चिमी और रूसी प्लेटफॉर्म का मिश्रण रखती है।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 8 October 2025, 12:26 PM IST