

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने बीड जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को राहत देने के लिए केंद्र से आर्थिक मदद मांगेगी। फसल, भूमि और बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र को पत्र सौंपा जाएगा।
राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार
Maharashtra: महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र, विशेषकर बीड जिले में इस सप्ताह की शुरुआत में हुई भारी बारिश और बाढ़ के कारण फसलों और आवासीय संपत्तियों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। जलभराव और मिट्टी के बहाव से कई किसानों की कृषि भूमि बर्बाद हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई कुएं और जल स्रोत पूरी तरह से कीचड़ से भर गए हैं, जिससे सिंचाई व्यवस्था पर भी गहरा असर पड़ा है।
राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बृहस्पतिवार को बीड जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित लोगों से मुलाकात कर हालात की जानकारी ली और आश्वासन दिया कि राज्य सरकार केंद्र सरकार से मदद के लिए संपर्क करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र सौंपेगी, जिसमें बाढ़ पीड़ित किसानों के लिए आर्थिक सहायता मांगी जाएगी।
अजित पवार ने कहा कि बाढ़ के कारण सिर्फ फसलें ही नहीं, बल्कि ग्रामीण बुनियादी ढांचे को भी गंभीर क्षति पहुंची है। सड़कों, पुलों और जलाशयों में आईचड़ बह जाने से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार विशेष रूप से उन किसानों को सहायता देगी जिनकी कृषि भूमि की ऊपरी मिट्टी पूरी तरह बह गई है।
पवार ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले भी कई राज्यों में आपदा के समय सहायता दी है, और महाराष्ट्र के लिए भी वे मदद की घोषणा करेंगे। मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र अमित शाह को सौंपा जाएगा।
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विपक्ष की ओर से की जा रही कृषि ऋण माफी की मांग पर पवार ने कहा कि सरकार राजनीति नहीं कर रही है, बल्कि ज़रूरतमंदों की हर संभव मदद कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार संजय गांधी निराधार योजना, महिला कल्याण योजनाओं, और बिजली बिल माफी जैसी कई योजनाओं के ज़रिए आम जनता की मदद में जुटी हुई है।