एक रात की तबाही में उजड़ गए जिंदगीभर के सपने…शिक्षक दंपति अब ढूंढ रही पानी में बहे 30 लाख रुपये
रोशनी देवी बेहद भावुक होकर कहती हैं, “हम शिक्षक हैं, समाज को दिशा देने का काम करते हैं। लेकिन आज खुद दिशा खो चुके हैं। न घर है, न जमीन, न पैसा… बस एक उम्मीद बची है कि शायद कोई मदद को आगे आए।”