

सावन में बच्चों को शिव पूजा, नैतिक कहानियां, सेवा और पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण संस्कार सिखाए जा सकते हैं। इस महीने के दौरान माता-पिता बच्चों को धर्म, सच्चाई, और जिम्मेदारी के प्रति जागरूक कर सकते हैं। कैसे, जानें यहां..
बच्चों को सिखाएं धर्म और संस्कार (सोर्स- इंटरनेट)
New Delhi: सावन का महीना धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है, खासकर बच्चों के लिए यह समय धार्मिक और संस्कारी शिक्षा देने का उत्तम अवसर हो सकता है। इस महीने के दौरान माता-पिता और गुरु बच्चों को धर्म, संस्कृति और संस्कारों के महत्व के बारे में सिखा सकते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस समय का सदुपयोग बच्चों के आंतरिक और मानसिक विकास में किया जा सकता है, जिससे वे जीवनभर अच्छे संस्कारों से संपन्न बन सकें। यहां कुछ ऐसे उपाय दिए गए हैं, जिनसे बच्चों को सावन में धर्म और संस्कार सिखाए जा सकते हैं।
1. शिव पूजा और मंत्रों का जाप
सावन के महीने में विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा की जाती है। बच्चों को शिवजी की पूजा विधि, मंत्रों और भजन के माध्यम से आध्यात्मिक जुड़ाव सिखाया जा सकता है। माता-पिता उन्हें शिवलिंग पूजन, जलाभिषेक और "ॐ नमः शिवाय" का जाप सिखाकर उन्हें आस्था और भक्ति का महत्व समझा सकते हैं। यह न केवल उनकी धार्मिक शिक्षा को मजबूत करता है, बल्कि एकाग्रता और मानसिक शांति भी बढ़ाता है।
2. संस्कारी कहानियां सुनाना
सावन का महीना बच्चों को महापुरुषों और देवताओं की कहानियों से अवगत कराने का सबसे अच्छा समय है। माता-पिता और दादी-नानी बच्चों को भगवान शिव, श्री कृष्ण, राधा, राम, सीता और अन्य महापुरुषों की कहानियां सुनाकर उन्हें अच्छे संस्कार और आदर्शों के बारे में सिखा सकते हैं। इससे बच्चों में नैतिकता, निष्ठा और सत्य के प्रति प्रेम पैदा होता है।
3. पर्यावरण संरक्षण की शिक्षा
सावन का महीना पर्यावरण संरक्षण का भी प्रतीक है, क्योंकि इस दौरान बारिश होती है और प्रकृति हरी-भरी होती है। बच्चों को यह सिखाना चाहिए कि हमें प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण कैसे करना चाहिए। सावन के दौरान वृक्षारोपण करना, जल संचयन पर ध्यान देना और पशु-पक्षियों के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना, बच्चों को पर्यावरण के महत्व को समझाने में मदद करता है।
4. सच्चाई और ईमानदारी की महत्वता
सावन का महीना बच्चों को सत्य और ईमानदारी के महत्व को सिखाने के लिए आदर्श समय है। आप उन्हें बताकर कि भगवान शिव को सच्चाई और ईमानदारी पसंद है, उनकी आदतों में सुधार ला सकते हैं। बच्चों को यह समझाना कि हमेशा सच बोलना और अच्छे कार्यों में भाग लेना जरूरी है, यह उन्हें जीवनभर सच्चाई की ओर प्रेरित करेगा।
5. सेवा और दान का महत्व
सावन के महीने में बच्चों को सेवा और दान की भावना से जुड़ना बहुत महत्वपूर्ण है। इस समय आप बच्चों को मंदिरों में सेवा करने, गरीबों को भोजन देने, और अन्य सामाजिक कार्यों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। इससे बच्चों में करुणा और दूसरों की मदद करने का जज्बा पैदा होता है। यह न केवल उनकी व्यक्तिगत वृद्धि में मदद करता है, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी का अहसास भी दिलाता है।
निष्कर्ष
सावन का महीना बच्चों को धर्म, संस्कार और नैतिक शिक्षा देने का बेहतरीन समय है। माता-पिता, गुरु और अन्य परिवार सदस्य इस अवसर का उपयोग करके बच्चों को आस्थावान, नैतिक, और समाज के प्रति जिम्मेदार नागरिक बना सकते हैं। धार्मिक गतिविधियों, संस्कारी कहानियों, और पर्यावरणीय कार्यों के माध्यम से बच्चों को जीवन के सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।