

महा नवरात्रि का अंतिम दिन, नवमी, बुधवार 1 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा होती है। जानें कैसे इस पर्व को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है और इसके महत्व के बारे में।
महा नवरात्रि का पर्व
New Delhi: देशभर में महा नवरात्रि का पर्व बड़े उत्साह और भक्ति भाव के साथ मनाया जा रहा है। यह नौ दिन तक चलने वाला त्योहार देवी दुर्गा के नौ रूपों की आराधना का प्रतीक है। नवरात्रि का अंतिम दिन, जिसे महा नवमी कहा जाता है, बुधवार 1 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन देवी दुर्गा का अंतिम स्वरूप, माँ सिद्धिदात्री, विशेष रूप से पूजा जाता है।
माँ सिद्धिदात्री को सभी प्रकार की सिद्धियां प्रदान करने वाली देवी माना जाता है। मान्यता है कि उनकी आराधना करने से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, स्वास्थ्य, सफलता और आंतरिक शांति आती है। नवमी के दिन देवी की पूजा-आराधना के साथ-साथ विशेष भजन, कीर्तन और हवन किए जाते हैं। कई घरों और मंदिरों में माता की मूर्तियों को सजाया जाता है और विधि विधान से पूजा की जाती है।
इस दिन कई लोग अपने परिवार और मित्रों को नवमी की शुभकामनाएं भेजते हैं। संदेशों और शुभकामनाओं में आमतौर पर माँ सिद्धिदात्री के आशीर्वाद, स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और जीवन में सफलता की कामना की जाती है। "माँ सिद्धिदात्री की कृपा से आपका जीवन खुशियों और पूर्णता से भरा रहे," जैसे संदेश आमतौर पर साझा किए जाते हैं।
परिवार और मित्रों को रामनवमी की शुभकामनाएं
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