

आजकल स्मार्टफोन का इस्तेमाल हमारी दिनचर्या का अहम हिस्सा बन चुका है। सुबह उठते ही हम सबसे पहले अपने मोबाइल को चेक करते हैं और दिन भर स्क्रीन के सामने बिताते हैं। हालांकि, इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यह हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा प्रभाव डाल रहा है।
प्रतीकात्मक फोटो (सोर्स-गूगल)
New Delhi: मोबाइल फोन का अत्यधिक उपयोग हमारी मानसिक स्थिति पर प्रतिकूल असर डालता है। सोशल मीडिया, गेमिंग, और 24x7 कनेक्टिविटी के कारण लोग हर समय अपने फोन में व्यस्त रहते हैं, जो मानसिक थकान और चिंता का कारण बनता है। कई बार हम वर्क-लोड के चलते भी देर रात तक फोन चेक करते रहते हैं, जिससे दिमाग को आराम नहीं मिल पाता। परिणामस्वरूप, लोगों को नींद में समस्या और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है।
नींद की समस्या
अत्यधिक स्क्रीन टाइम से नींद पर भी बुरा असर पड़ता है। रात में मोबाइल या कंप्यूटर का इस्तेमाल करने से नीली रोशनी (blue light) की अधिकता होती है, जो हमारे नींद के हार्मोन मेलाटोनिन के स्तर को प्रभावित करती है। इससे नींद में खलल पड़ता है और व्यक्ति अनिद्रा का शिकार हो सकता है। साथ ही स्क्रीन पर देर तक समय बिताने से मानसिक उत्तेजना (mental stimulation) बनी रहती है, जिससे नींद आने में कठिनाई होती है।
क्या है डिजिटल डिटॉक्स?
डिजिटल डिटॉक्स का मतलब है, जानबूझकर अपने डिजिटल उपकरणों से दूर रहना। इसका उद्देश्य है मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य को फिर से बहाल करना। यह एक स्वच्छता प्रक्रिया की तरह है, जिसमें स्क्रीन से दूरी बना कर व्यक्ति अपने समय का सही उपयोग कर सकता है। कई लोग डिजिटल डिटॉक्स को एक दिन, सप्ताह या महीने के लिए करते हैं, जिससे वे अपनी मानसिक स्थिति को बेहतर बना सकते हैं।
डिजिटल डिटॉक्स के फायदे
तनाव में कमी: डिजिटल उपकरणों से दूरी बनाने से व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है और तनाव का स्तर कम होता है।
बेहतर नींद: मोबाइल फोन से दूर रहने पर नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और व्यक्ति अच्छी नींद ले पाता है।
समय का बेहतर प्रबंधन: स्क्रीन टाइम घटाने से व्यक्ति अन्य कामों के लिए अधिक समय निकाल सकता है, जैसे कि पढ़ाई, खेल, परिवार के साथ समय बिताना आदि।
सामाजिक संबंधों में सुधार: डिजिटल डिटॉक्स के दौरान, लोग एक-दूसरे के साथ अधिक समय बिताते हैं, जिससे पारिवारिक और सामाजिक रिश्तों में मजबूती आती है।
कैसे करें डिजिटल डिटॉक्स?
स्क्रीन टाइम को सीमित करें: दिन में निर्धारित समय पर ही मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल करें।
स्मार्टफोन के नोटिफिकेशन को बंद करें: अनावश्यक अलर्ट्स और नोटिफिकेशंस से बचने के लिए अपने फोन की सेटिंग में बदलाव करें।
वीकेंड में डिजिटल ब्रेक लें: सप्ताह में एक दिन या वीकेंड में फोन और इंटरनेट से दूर रहकर अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाएं।
ज्यादा समय बाहर बिताएं: प्रकृति में समय बिताने से मानसिक शांति मिलती है और स्क्रीन से कुछ वक्त की दूरी बनती है।