

जम्मू-कश्मीर के पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास दो आतंकियों को सेना ने मार गिराया। इनके पास हथियार और गोला-बारूद मिला। यह ऑपरेशन शिवशक्ति था, जिसे बड़े आतंकी हमले को रोकने के लिए चलाया गया।
LoC पर नाकाम घुसपैठ की कोशिश
Poonch: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को भारतीय सेना ने मार गिराया। यह मुठभेड़ मंगलवार देर रात देगवार सेक्टर के मालदीवलन इलाके में हुई, जहां सुरक्षाबलों ने संदिग्ध गतिविधि देखे जाने के बाद ऑपरेशन चलाया।
बता दें कि सेना के अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान "ऑपरेशन शिवशक्ति" के नाम से चलाया गया। मारे गए आतंकियों के पास से तीन स्वचालित हथियार, भारी मात्रा में गोला-बारूद और युद्ध में उपयोग होने वाली सामग्री बरामद की गई है।
सैन्य सतर्कता से रोकी गई घुसपैठ
घटना के अनुसार, मंगलवार रात करीब 2 बजे सीमा पर तैनात जवानों ने संदिग्ध हलचल देखी। जब घुसपैठियों को चुनौती दी गई, तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकी मारे गए। मुठभेड़ के दौरान किसी जवान के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। सेना और खुफिया एजेंसाओं को आशंका है कि यह घुसपैठ किसी बड़े आतंकी हमले की तैयारी कर रहे थे, जिसे समय रहते विफल कर दिया गया।
तीन दिन में दूसरा बड़ा एनकाउंटर
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब 28 जुलाई को श्रीनगर के हरवान इलाके में सुरक्षाबलों ने एक बड़े एनकाउंटर को अंजाम दिया था। उस ऑपरेशन को "ऑपरेशन महादेव" नाम दिया गया था।
उस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया था। मारे गए आतंकियों की पहचान सुलेमान, जिबरान और हमजा अफगानी के रूप में हुई। इनमें सुलेमान पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड था, जबकि जिबरान 2024 में हुए सोनमर्ग सुरंग प्रोजेक्ट पर हमले में शामिल था।
उन्नत तकनीक और सेटेलाइट ट्रैकिंग से मिली सफलता
सूत्रों के अनुसार, एक हफ्ते पहले खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली थी कि श्रीनगर के दाचीगाम जंगल में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं। इन आतंकियों ने एक चाइनीज अल्ट्रा कम्युनिकेशन डिवाइस को पुनः सक्रिय किया था, जिसके बाद उनके सैटेलाइट फोन के सिग्नल ट्रैस किए गए। इसके बाद सेना ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें 24 राष्ट्रीय राइफल्स और 4 पैरा यूनिट की टुकड़ी ने एडवांस ड्रोन और सर्विलांस सिस्टम की मदद से आतंकियों की लोकेशन ट्रेस की। सुबह करीब 11:30 बजे शुरू हुई कार्रवाई में तीनों आतंकी मारे गए।
लगातार बढ़ रही है घुसपैठ की कोशिशें
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक, पिछले कुछ हफ्तों में LoC के पास आतंकियों की गतिविधियों में इज़ाफा देखा गया है। कई आतंकी संगठन स्वतंत्रता दिवस से पहले घाटी में बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। सेना ने LoC के संवेदनशील सेक्टरों में अतिरिक्त निगरानी और गश्त तेज कर दी है। अधिकारी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि मारे गए आतंकियों का संबंध किस आतंकी संगठन से था और उनके नेटवर्क में और कौन शामिल हो सकता है।