

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपनी विदेश नीति और कूटनीतिक फैसलों का जोरदार बचाव किया है। व्हाइट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने दावा किया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को रोका था और ईरान पर बमबारी का दोषरहित ऑपरेशन चलाया।
डोनाल्ड ट्रंप
New Delhi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई चौंकाने वाले और विवादित दावे किए। उन्होंने खुद को "तानाशाह नहीं, बल्कि बहुत समझदार शख्स" बताया और कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित परमाणु युद्ध को सफलतापूर्वक रोका था। ट्रंप ने कहा, “उस वक्त सिर्फ कुछ ही घंटे बचे थे, हालात नियंत्रण से बाहर हो रहे थे, लेकिन मैंने समय रहते हस्तक्षेप किया।”
भारत-पाक संघर्ष को बताया 'अगले स्तर' का खतरा
ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव "अगले स्तर" पर पहुंच गया था। उन्होंने दावा किया, “इस संघर्ष में सात जेट विमानों को मार गिराया गया था, और स्थितियां तेजी से परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रही थीं। हमारे पास इसे रोकने के लिए कुछ घंटे ही थे। मैं वहां था, और मैंने इस जंग को रोक दिया।” हालांकि ट्रंप ने स्पष्ट रूप से किसी विशेष वर्ष या घटना का उल्लेख नहीं किया, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि वह 2019 के पुलवामा हमले और बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद के हालात की ओर इशारा कर रहे थे।
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ईरान पर बमबारी को बताया ‘दोषरहित ऑपरेशन’
अपनी ताकत और निर्णय क्षमता पर जोर देते हुए ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने ईरान के परमाणु ठिकानों पर एक सटीक और बिना गलती वाला सैन्य ऑपरेशन चलाया था। उन्होंने कहा, “इस मिशन में 52 टैंकर, F-22 और B-2 बमवर्षक विमानों का इस्तेमाल किया गया। यह एक ऐतिहासिक ऑपरेशन था, जो पूरी तरह से सफल रहा।”
टैरिफ और आर्थिक नीतियों पर भी जताया गर्व
ट्रंप ने कहा कि टैरिफ (आयात कर) को एक रणनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल करके उन्होंने युद्धों को रोका और अमेरिका के लिए खरबों डॉलर की आमदनी सुनिश्चित की। उनके अनुसार, “टैरिफ की ताकत को पहले कोई नहीं समझता था, लेकिन मैंने इसे एक गेम चेंजर बना दिया।”
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रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप का बयान
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर ट्रंप ने कहा कि अमेरिका अब यूक्रेन पर पैसा खर्च नहीं कर रहा, बल्कि NATO के जरिए समर्थन दे रहा है। उन्होंने खुलासा किया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से उनकी बात हो चुकी है और उनका मानना है कि युद्ध को खत्म करना उनके लिए आसान होता, अगर वे सत्ता में होते। उन्होंने कहा, “अब मामला थोड़ा जटिल हो गया है, लेकिन फिर भी हल निकल सकता है।”
परमाणु निरस्त्रीकरण की इच्छा जताई
ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर पुतिन से बात की है और अमेरिका इस दिशा में प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हम NATO को मिसाइलें देते हैं, जो आगे यूक्रेन को देती हैं। लेकिन हम अब यूक्रेन पर पैसा नहीं खो रहे, बल्कि वहां से कमाई हो रही है।”