

मानसून में ताजगी के साथ कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी सामने आती हैं। ऐसे में खान-पान में सावधानी बेहद जरूरी है। खासकर दही जैसे डेयरी उत्पादों का सेवन सोच-समझकर करना चाहिए। आइए जानते हैं क्या बरसात में दही खाना सुरक्षित है या नहीं।
बरसात में दही खाना सुरक्षित (सोर्स-गूगल)
New Delhi: बरसात का मौसम नमी, संक्रमण और बैक्टीरिया के पनपने का समय होता है। ऐसे में अक्सर घरों में एक सवाल उठता है क्या इस मौसम में दही खाना ठीक है? कुछ लोग मानते हैं कि इससे गला खराब होता है, तो कुछ इसे पाचन के लिए फायदेमंद मानते हैं।
दही के पोषक तत्व और फायदे
दही में प्रचुर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन B और प्रोबायोटिक्स होते हैं। ये सभी तत्व पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।
पाचन में सहायक: प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो आंतों की सेहत को बनाए रखते हैं।
इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है: दही के पोषक तत्व मानसून में फैलने वाले संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद है: इसमें मौजूद लैक्टिक एसिड त्वचा की सफाई करता है और बालों को पोषण देता है।
मानसून में दही खाने के नुकसान
ताजगी न हो तो नुकसान: इस मौसम में बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, इसलिए अगर दही ताजा न हो तो यह गैस, अपच, दस्त या फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है।
ठंडी तासीर: मानसून में शरीर में सर्दी-जुकाम की आशंका रहती है, ऐसे में ठंडी तासीर वाला दही नुकसानदायक हो सकता है।
डॉक्टर की राय
होम्योपैथी विशेषज्ञ के अनुसार दही खाना पूरी तरह से मना नहीं है, लेकिन सावधानी ज़रूरी है। घर पर बना ताजा दही ही सेवन करना चाहिए और उसमें अदरक या काली मिर्च मिलाने से इसका संतुलन बना रहता है।
कब और कैसे करें दही का सेवन?
दिन में खाएं, रात में नहीं: रात में दही खाने से सर्दी-जुकाम की आशंका बढ़ती है।
काली मिर्च या अदरक मिलाएं: इससे दही की ठंडी तासीर कम होती है।
कमरे के तापमान पर खाएं: फ्रिज से निकालते ही न खाएं।
कढ़ी या रायता के रूप में खाएं: पकाकर खाने से बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं।
किन्हें दही से परहेज करना चाहिए?
जिन्हें सर्दी-जुकाम, एलर्जी या पाचन समस्याएं होती हैं, उन्हें मानसून में दही से दूरी रखनी चाहिए।
बच्चों और बुजुर्गों को भी दही देने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर है।
डिस्क्लेमर
यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होने पर डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। सभी सुझाव व्यक्ति की स्थिति और स्वास्थ्य के अनुसार अलग-अलग असर कर सकते हैं।