

एकता कपूर का लोकप्रिय टीवी शो *”क्योंकि सास भी कभी बहू थी”* नए सीजन के साथ वापस आ गया है। पहले एपिसोड में पुरानी फैमिली वैल्यूज के साथ नए ट्विस्ट और फैमिली ड्रामा की भरमार है। जानिए इस शो के पहले एपिसोड की पूरी कहानी।
क्योंकि सास भी कभी बहू थी की टीम
Mumbai: एकता कपूर के शो की हमेशा एक खास बात रही है, चाहे वह पहला एपिसोड हो या आखिरी, वह दर्शकों को हमेशा ड्रामा, इमोशन्स और सस्पेंस से भरपूर सीन देने में माहिर हैं। उनके द्वारा निर्देशित शो "क्योंकि सास भी कभी बहू थी" ने 2000 में टीवी इंडस्ट्री में धमाल मचाया था और अब वह अपने बिल्कुल नए सीजन के साथ वापस लौट आया है।
इस शो का पहला एपिसोड 29 जुलाई को प्रसारित हुआ और इसे लेकर दर्शकों के बीच काफी उत्सुकता थी कि इस बार शो में क्या नया देखने को मिलेगा। एकता कपूर ने पहले ही एपिसोड में फैमिली वैल्यूज, पुराने किरदारों और नए ट्विस्ट के साथ दर्शकों का दिल जीत लिया।
तुलसी और मिहिर की 38वीं शादी की सालगिरह
पहले एपिसोड की शुरुआत तुलसी (स्मृति ईरानी) से होती है, जो गायत्री मंत्र का जाप करते हुए पारिवारिक मूल्यों की अहमियत समझाती हैं। वह दर्शकों को पुराने समय की तरह सभी प्रमुख किरदारों से मिलवाती हैं, जबकि नए चेहरे भी शो में शामिल होते हैं। तुलसी और मिहिर की शादी की 38वीं सालगिरह के मौके पर तुलसी अपने सास सविता की यादों में खो जाती हैं और भावुक हो जाती हैं।
फिर शो में दिखाया जाता है कि तुलसी अपने बच्चों की मदद करती हैं और पूरे घर की देखभाल करती हैं। यही पारिवारिक भावनाओं का अहसास शो में विशेष रूप से महसूस कराया जाता है। पहले सीजन की तरह, शो में यह दिखाया गया है कि कैसे तुलसी के बिना शांति निकेतन का परिवार असफल रहता है।
तुलसी की दुश्मन ने चली पहली चाल
शो के पहले एपिसोड में ही एक नई दुश्मन, गायत्री (कमालिका गुहा) की एंट्री होती है, जो तुलसी को परेशान करने की कोई भी मौका नहीं छोड़ती। गायत्री ने मिहिर को लेकर एक कटाक्ष किया, जिससे तुलसी और मिहिर के रिश्ते में थोड़ी दरार नजर आती है। गायत्री की इन हरकतों के बाद, तुलसी अपने कमरे में अकेले जाकर रो पड़ती हैं, लेकिन उनका परिवार उसे सांत्वना देने की कोशिश करता है।
मिहिर और तुलसी का प्यार
जहां एक ओर तुलसी अपने परिवार की चिंता करती हैं, वहीं मिहिर (अमित सेठी) अपने पत्नी को सरप्राइज देने की कोशिश करता है। मिहिर तुलसी को शादी की सालगिरह पर एक कार तोहफे में देते हैं, जिसे देखकर तुलसी बहुत खुश हो जाती हैं और वह इमोशनल हो जाती हैं। यह सीन दर्शकों के दिलों को छू जाता है और पुराने शो की यादें ताजा कर देता है।
कैसा है शो का पहला एपिसोड?
पहले एपिसोड में एकता कपूर ने यह साबित कर दिया कि वह पुराने पारिवारिक मूल्यों के साथ-साथ नए ड्रामा और ट्विस्ट भी जोड़ सकती हैं। यह एपिसोड 90 के दशक के बच्चों के लिए खास है, लेकिन आज की पीढ़ी को भी यह शो अपने ड्रामा और फैमिली वेल्यूज के कारण कनेक्ट कर सकता है।