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बिहार के 20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान जारी है। सुबह 9 बजे तक 14.55% मतदान दर्ज हुआ। इस चरण में 12 मंत्री और 1,302 उम्मीदवार मैदान में हैं। वेदनशील बूथों पर विशेष व्यवस्था की गई है। मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।
सुबह 9 बजे तक बिहार में 14.55% वोटिंग
Patna: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए मंगलवार को सुबह 7 बजे से 20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान जारी है। इस चरण में कुल 3.70 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। चुनाव आयोग के अनुसार, सुबह 9 बजे तक लगभग 14.55 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है।
इस चरण में 12 वर्तमान मंत्री समेत कुल 1,302 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। वोटिंग के लिए राज्य भर में 45,399 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 4,109 को संवेदनशील घोषित किया गया है। संवेदनशील बूथों पर मतदान शाम 4 बजे से 5 बजे तक ही होगा, जबकि अन्य बूथों पर मतदान शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। मतगणना 14 नवंबर को होगी।
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इस दौरान बगहा में मतदाताओं ने विशेष मुद्दों को लेकर वोट बहिष्कार किया। रिपोर्ट के अनुसार, बगहा के 18 बूथों पर करीब 15 हजार मतदाताओं ने पानी, सड़क और पुल जैसी मूलभूत जरूरतों की मांग को लेकर मतदान से परहेज किया। यह स्थिति प्रशासन और चुनाव आयोग के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है, क्योंकि यह साफ संकेत देती है कि विकास और मूलभूत सुविधाओं को लेकर मतदाताओं में असंतोष है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में सुबह 9 बजे तक कुल 14.55% मतदान दर्ज हुआ। #BiharElections2025 #Biharelectionsphase2 #VotingUpdate pic.twitter.com/MqEm7UpDGJ
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) November 11, 2025
किशनगंज और जमुई समेत पांच जिलों में छह बूथों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) खराब होने की वजह से मतदान देर से शुरू हुआ। इस पर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि EVM में खराबी की बात जानबूझकर बताई जा रही है ताकि मत चोरी की संभावना बनी रहे। हालांकि, चुनाव आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी बूथों पर जल्द से जल्द मतदान सुचारू रूप से शुरू हो जाएगा और मतदाता अपने मत का प्रयोग कर सकेंगे।
इस चरण में जिन 20 जिलों में वोटिंग हो रही है, उनमें पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, सहरसा, सीतामढ़ी, वैशाली, जमुई, रोहतास, और बांका जैसे जिले शामिल हैं। चुनावी विशेषज्ञों का कहना है कि यह चरण राज्य की राजनीतिक तस्वीर को और स्पष्ट करेगा क्योंकि कई महत्वपूर्ण और संवेदनशील सीटें इस चरण में हैं।
चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सुरक्षा और मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके अलावा, ईवीएम और वीवीपैट की मॉनिटरिंग के लिए तकनीकी टीम हर बूथ पर मौजूद रहेगी।
राजनीतिक दलों ने इस चरण में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कई दिग्गज नेताओं ने मतदाताओं से सक्रियता से मतदान करने की अपील की है। स्थानीय मुद्दों जैसे सड़क, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति और रोजगार को लेकर चुनावी अभियान काफी तीव्र रहा।
मुख्य रूप से, इस चरण के मतदान का परिणाम न केवल सीटों की संख्या पर असर डालेगा बल्कि राज्य में अगले पांच वर्षों की राजनीतिक दिशा तय करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कुल मिलाकर, बिहार विधानसभा चुनाव का यह चरण लोकतंत्र की प्रक्रिया को मजबूती देने वाला है और राज्य के मतदाता लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करते हुए अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
इस प्रकार, बिहार विधानसभा के दूसरे और अंतिम चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान सुचारू रूप से जारी है और मतदाता सुबह से ही अपने मत का प्रयोग कर रहे हैं। चुनाव आयोग, राजनीतिक दल और मतदाता सभी इस महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल हैं।