

उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के कटहरा क्षेत्र में 12 वर्षीय छात्रा का शव आम के पेड़ से लटकता हुआ मिला। परिजनों ने इसे आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या करार दिया है। परिजनों का आरोप है कि गांव के तीन युवक उसे लंबे समय से परेशान कर रहे थे।
पुलिस चौकी बागापार
Maharajganj: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के कटहरा क्षेत्र में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कक्षा 6 में पढ़ने वाली 12 वर्षीय छात्रा सुनीता पुत्री रविंद्र सहानी का शव गांव के बाहर एक आम के पेड़ से लटका हुआ मिला। यह दर्दनाक घटना बागापर मौजा में सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को गम और गुस्से के माहौल में डुबो दिया है।
डाइनमाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सुनीता 1 सितंबर को स्कूल से लौटते समय अचानक लापता हो गई थी। परिजनों ने रातभर उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अगले दिन सुबह उसका शव गांव के बाहर एक पेड़ से फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। यह दृश्य देखकर गांव में अफरा-तफरी मच गई और बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए।
मृतका के पिता रविंद्र सहानी ने बताया कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या है। उन्होंने बताया कि गांव के ही तीन युवक, गोपाल (पुत्र रामकेवल), छोटू (पुत्र मुराली) और शैलेन्द्र (पुत्र विश्वनाथ) बीते कई दिनों से उनकी बेटी को स्कूल आते-जाते समय छेड़ते और परेशान करते थे।
रविंद्र सहानी के अनुसार, सुनीता के कपड़े फटे हुए थे और उसके पैरों में गंभीर चोट के निशान थे, जिससे साफ प्रतीत होता है कि उसके साथ पहले मारपीट की गई और फिर उसे फांसी पर लटकाकर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई।
मामले पर चौकी प्रभारी बागापर मनीष पटेल ने कहा कि तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। अभी तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन सभी तथ्यों को गंभीरता से लिया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा। इस घटना के बाद, स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
गांव के लोगों और परिजनों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए स्थानीय थाने के बाहर धरना देने की चेतावनी दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द न्याय नहीं मिला, तो वे जिले स्तर पर प्रदर्शन करेंगे।