कानपुर में KP ग्रुप के कर्मचारी ने की आत्महत्या, इस चार लोगों की प्रताड़ना से परेशान था, पीछे छोड़ गया बीवी-बच्चे

36 वर्षीय अमित नाथ मिश्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 8 June 2025, 4:49 PM IST
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कानपुर: शहर के देव नगर में शनिवार सुबह एक दर्दनाक घटना हुई, जिसमें 36 वर्षीय अमित नाथ मिश्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के समय अमित की पत्नी मायके गई हुई थी और घर में केवल परिवार के सदस्य मौजूद थे। बेटे को बिस्तर पर सोते हुए देखकर जब परिजनों ने दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। खिड़की से झांका गया तो अमित का शव फंदे से लटका हुआ मिला।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, उसके घर वालों ने तुरंत शव को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। घर में एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें अमित ने अपने ऊपर हुए मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का जिक्र किया है।

सुसाइड नोट में कंपनी के चार कर्मचारियों पर आरोप

अमित ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह KP ग्रुप बेंगलुरु में मार्केटिंग का काम कर रहा था। उसने कंपनी में कार्यरत शशांक शुक्ला, पंकज भदौरिया, नीलेश शुक्ला, किशन तिवारी और नितेश शुक्ला पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। उसने उल्लेख किया कि इन लोगों ने उसकी नौकरी छीन ली और जब उसने आवाज उठाई तो संदीप तिवारी ने दबाव बनाया। अमित ने कहा कि वह रोज प्रताड़ित किया जाता था और उसके ऊपर आरोप लगाकर उसकी नौकरी से निकाला गया। साथ ही, उसने लिखा कि उसे वेतन नहीं दिया गया और कहा कि उससे जूते साफ कराए जाएंगे। अमित ने यह भी कहा कि इन चार लोगों ने उसे बहुत परेशान किया है। उसने यह भी दावा किया कि उसने अपने पिता राकेश मिश्रा के पास जाकर अपनी बात कही, लेकिन उन्हें केवल संदीप तिवारी का समर्थन मिला क्योंकि उसके रिश्तेदार कंपनी में लगे थे।

इंश्योरेंस के पैसे पत्नी को देने की बात

अमित ने कहा कि वह बहुत परेशान था और उसकी आत्महत्या का कारण कंपनी के साथ-साथ उनके द्वारा किए गए मानसिक उत्पीड़न हैं। उसने यह भी लिखा कि उसकी पत्नी और बच्चे इस पूरे घटनाक्रम से अनजान हैं और उसकी मौत के बाद उसके परिवार को कोई नुकसान न पहुंचे। अमित ने अपने इंश्योरेंस के पैसे अपनी पत्नी को देने की बात भी कही ताकि उसके जाने के बाद भी उसके परिवार को कोई समस्या न हो। उसने अपने चाचा से माफी भी मांगी और कहा कि वह अपनी जान दे रहा है, क्योंकि वह बहुत परेशान था। पिता को उसने कहा कि वह अपने होश में ऐसा कर रहा है और कोई दोष उनके परिवार पर नहीं है।

शव देखकर परिजनों मे मचा हड़कंप

अमित नाथ मिश्रा का जन्म कानपुर के निवासी अखिलेश चंद्र मिश्रा के घर हुआ था। वह पिछले 17 वर्षों से KP ग्रुप बेंगलुरु में मार्केटिंग का कार्य कर रहे थे। उनका परिवार कानपुर में रहता है, जिसमें पत्नी सपना, एक डेढ़ साल का बेटा देवांश और 3 साल की बेटी पूर्वी शामिल हैं। अमित का बड़ा भाई आदित्यनाथ मिश्रा ने बताया कि अमित ने 20 मई को अपने घर वापस आने का फैसला किया था, लेकिन वे इसकी वजह नहीं जान सके। बताया जाता है कि रविवार सुबह जब अमित नहीं उठा तो परिजनों ने देखा कि उसकी लाश फंदे से लटकी हुई है।

पुलिस ने शुरू की जांच

पुलिस ने बताया है कि शव के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें अमित ने अपने साथ हुई प्रताड़ना का उल्लेख किया है। फिलहाल, पुलिस ने कोई तहरीर मिलने पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। अमित के पिता अखिलेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि अमित ने अपनी पत्नी को भी घटना की जानकारी दी थी, लेकिन तब तक वह घर नहीं पहुंच पाई थी। अब वे पूरे परिवार के साथ इस दुखद घटना से जूझ रहे हैं।

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