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नोएडा के सलारपुर गांव में जमीन कब्जाने और धमकी देने के मामले में यूपी के पूर्व मंत्री डीपी यादव, उनकी पत्नी, बेटे और सात अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। अदालत के आदेश पर दर्ज यह केस संपत्ति मालिक अशोक वाडिया की शिकायत पर हुआ।
अमित शाह के साथ डीपी यादव
Noida: उत्तर प्रदेश के चर्चित पूर्व मंत्री और बाहुबली नेता डीपी यादव एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। डीपी यादव, उनकी पत्नी, बेटे और सात अन्य सहयोगियों के खिलाफ नोएडा के सलारपुर गांव में जमीन कब्जाने और धमकी देने के गंभीर आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला संपत्ति मालिक अशोक वाडिया की शिकायत पर अदालत के आदेश के बाद सेक्टर-126 थाने में रविवार को दर्ज हुआ।
अशोक वाडिया ने अपनी शिकायत में कहा है कि पूर्व मंत्री डीपी यादव, उनके परिजन और सहयोगियों ने मिलकर उनकी जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश की। वाडिया का आरोप है कि इन लोगों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनकी संपत्ति को अपने नाम दिखाने का प्रयास किया और जब उन्होंने विरोध किया तो जान से मारने की धमकी दी गई।
शिकायत में कहा गया है कि सलारपुर गांव की यह जमीन करीब 14,000 वर्ग मीटर की है, जो वर्ष 1989 में गोरखपुर निवासी पवन जिंदल के नाम थी। उसी वर्ष जिंदल ने अपना हिस्सा अशोक वाडिया को बेच दिया था। बाद में वाडिया ने अन्य सह-स्वामियों से भी शेष हिस्से खरीद लिए। 2001 से यह जमीन पूरी तरह से वाडिया के नाम पर दर्ज है और राजस्व अभिलेखों में भी उनका स्वामित्व दर्ज है।
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अशोक वाडिया के अनुसार अगस्त 2025 में पवन जिंदल ने डीपी यादव, सुरेश गोलय, देवेश यादव, रामफल शर्मा, उमलेश यादव, कुनाल यादव, रविंद्र सिंह और अभय उपाध्याय के साथ मिलकर फर्जी विक्रय पत्र तैयार करवाया। इसके आधार पर उन्होंने जमीन को अपने नाम दिखाने की कोशिश की। वाडिया का कहना है कि आरोपी जबरन मौके पर पहुंचे और जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। विरोध करने पर उन्हें धमकाया गया कि यदि उन्होंने हस्तक्षेप किया तो अंजाम भुगतना पड़ेगा।
अशोक वाडिया ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद अदालत ने पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। अदालत के निर्देश के बाद सेक्टर-126 थाने में धारा 420, 467, 468, 471, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) यमुना प्रसाद ने बताया कि अदालत के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सभी आरोपों की गहन जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि इसी संपत्ति विवाद को लेकर गोरखपुर निवासी पवन जिंदल ने भी 29 अक्टूबर को सेक्टर-49 थाने में अशोक वाडिया और उनके भाई समेत 30 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। यानी अब यह विवाद दो तरफा मुकदमेबाजी का रूप ले चुका है। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि यह जमीन नोएडा क्षेत्र में अत्यधिक मूल्यवान है, जिसके चलते इस पर वर्षों से स्वामित्व को लेकर विवाद चल रहा है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के दस्तावेजों की जांच राजस्व विभाग से कराई जाएगी और तथ्य सामने आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी।