

कानपुर में एक बार फिर आग का तांडव देखने को मिला है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पुरानी गल्ला मंडी में फिर लगी आग
कानपुर: कलक्टरगंज की पुरानी गल्ला मंडी में एक बार फिर आग लगने की घटना सामने आई है। थिनर गोदाम में लगी आग बुझने के तीन दिन बाद शुक्रवार को रुई के गोदाम से आग की लपटें उठीं हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शुक्रवार को आग लगने की घटना सुबह 11 बजे की है। रुई के गोदाम में रखे गठरों से अचानक लपटें उठती देख दुकानदारों में हड़कंप मचा गया। दमकल विभाग सूचना मिलने पर आनन-फानन में मौके पर पहुंचा और गोदाम में लगी आग को बुझाने में जुट गया। बता दें कि इस मंडी में तीन दिन पहले दुकानों में भीषण आग लगी थी जिसमें 50 से अधिक दुकानें जलकर राख हो गईं। आग की चपेट में आने से एक व्यक्ति की जलकर मौत हो गई थी, जबकि 6 लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे।
आग देख फिर सहम गए दुकानदार
तीन दिन पहले भड़की आग ने मंडी में काफी तबाही मचाई थी। कई व्यापारियों का बड़ा नुकसान होने की बात सामने आई थी। हालांकि, इस बार आग के फैलने की तीव्रता कम थी, लेकिन फिर भी रुई के गोदाम से लपटों का उठना काफी डराने वाला था। ऐसे में अचानक फिर से उठी चिंगारी से दुकानदार और आसपास के लोग सहम गए।
कर्मचारियों ने आग बुझाने का किया प्रयास
रुई के गोदाम में फिर से आग लगने की सूचना मिलते ही वहां के कर्मचारियों ने पानी डालकर आग बुझाने का भरसक प्रयास किया। हालांकि, आग की लपटें बढ़ती देख लोग दहशत में आ गए। समय रहते आग पर काबू नहीं पाया गया और स्थिति गंभीर होने लगी तो दमकल विभाग को सूचना दी गई।
दमकल विभाग ने पाया आग पर काबू
मिनी कंट्रोल रूम को सूचना मिलने के बाद लाटूश रोड फायर स्टेशन से दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची। मौके पर आते ही दमकल कर्मियों आग पर काबू पाने में जुट गए और कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति को नियत्रिंत किया। अग्निशमन अधिकारी (FSO) प्रदीप कुमार ने बताया कि रुई में कहीं चिंगारी बची होने के कारण आग फिर से भड़की है। पहले लगी आग के बाद रुई के गठरों को हटाना जरूरी था। ताकि किसी भी चिंगारी को फैलने से रोका जा सके।
नुकसान के अनुमान में जुटी टीम
दमकल विभाग की टीम ने बताया कि आग की चिंगारी यदि पूरी तरह से नहीं बुझाई जाती है तो वह धीरे-धीरे रुई के गोदाम में फैल सकती है। और फिर से एक बड़ी घटना का रूप ले सकती है। फिलहाल जांच जारी है और नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।