

घर में बिजली का कार्य करते समय करंट की चपेट में आने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
करंट लगने से बुजुर्ग की मौत
फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जनपद के कमालगंज थाना क्षेत्र के नई बस्ती इलाके से एक बेहद दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। घर में बिजली का कार्य करते समय करंट की चपेट में आने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, खास बात यह रही कि मृतक का शव करीब 14 घंटे तक बिजली के तार से चिपका रहा और किसी को इसकी जानकारी नहीं हो सकी।
नाती ने देखा तो निकली चीख
घटना का खुलासा तब हुआ जब बुजुर्ग का नाती सुबह 10 बजे परीक्षा देकर घर लौटा। जैसे ही वह घर के अंदर गया। उसने अपने बाबा को बिजली के तार से चिपका हुआ देखा। यह दृश्य देखकर उसकी जोरदार चीख निकल गई। उसकी आवाज सुनते ही आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। देखते ही देखते मोहल्ले में भारी भीड़ जमा हो गई।
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस
स्थानीय लोगों ने तुरंत इस दर्दनाक हादसे की सूचना पुलिस को दी। कमालगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को तार से अलग करवाया। पुलिस ने प्रारंभिक जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश की, लेकिन परिजनों ने इसके लिए साफ मना कर दिया।
परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
बुजुर्ग की अचानक हुई मौत से परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजन पूरी तरह टूट चुके हैं और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह एक दुर्घटना है और वे शव को बिना पोस्टमार्टम के ही अंतिम संस्कार करना चाहते हैं।
घर में बिजली का कार्य करते समय हुआ हादसा
पुलिस के मुताबिक, बुजुर्ग घर में बिजली से जुड़ा कोई कार्य कर रहे थे, तभी वे गलती से खुले तार की चपेट में आ गए। आशंका है कि हादसा देर रात या अलसुबह हुआ होगा, लेकिन जब तक किसी को भनक लगी, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
मोहल्ले में पसरा मातम
इस दर्दनाक घटना के बाद नई बस्ती मोहल्ले में मातम छा गया है। हर किसी की आंखें नम हैं और लोग परिवार के प्रति संवेदना जता रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली से जुड़े काम में सावधानी न बरतना जानलेवा हो सकता है, इस घटना ने सभी को झकझोर दिया है।
पुलिस ने की जांच-पड़ताल
कमालगंज पुलिस ने घटनास्थल की जांच कर जरूरी जानकारी जुटाई है। पुलिस का कहना है कि यह मामला प्रथम दृष्टया हादसे का लग रहा है। हालांकि, परिजनों की मर्जी के अनुसार कार्रवाई की जा रही है।