TCS ने श्रम मंत्रालय को दिया आश्वासन, ऑनबोर्डिंग में देरी पर जवाब दिया, जानें क्या कहा?

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने श्रम मंत्रालय को आश्वस्त किया है कि कंपनी द्वारा भेजे गए जॉब ऑफर्स के बाद ऑनबोर्डिंग में हो रही देरी के बावजूद, वह नई भर्तियों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। TCS ने श्रम मंत्रालय को बताया कि ऑनबोर्डिंग में देरी के बावजूद कंपनी नई भर्तियों के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी ने प्रोजेक्ट स्थगन और वैश्विक चुनौतियों को देरी की वजह बताया है।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 2 August 2025, 1:03 PM IST
google-preferred

New Delhi: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने श्रम मंत्रालय को आश्वस्त किया है कि कंपनी द्वारा भेजे गए जॉब ऑफर्स के बाद ऑनबोर्डिंग में हो रही देरी के बावजूद, वह नई भर्तियों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह बयान तब आया है जब तकनीकी कर्मचारियों के यूनियन नैसेंट इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एम्प्लॉइज सीनेट (NITES) ने कंपनी की हायरिंग प्रक्रिया में देरी को लेकर श्रम मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई थी।

ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया धीमी

यह मामला भारत की IT उद्योग की मौजूदा स्थिति की एक झलक है, जहाँ वैश्विक अर्थव्यवस्था की धीमी गति और जियो-पॉलिटिकल तनावों का असर साफ दिख रहा है। बड़े IT दिग्गजों को अपने क्लाइंट्स के प्रोजेक्ट्स में देरी के कारण भर्ती प्रक्रिया में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। TCS की प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी नई भर्तियों को लेकर प्रतिबद्ध है, लेकिन मौजूदा चुनौतियों को देखते हुए ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया धीमी पड़ गई है।

TCS का जवाब और कारण

श्रम मंत्रालय द्वारा शिकायत मिलने के बाद TCS ने चीफ लेबर कमीश्नर (CLC) को एक ईमेल के जरिए अपना स्पष्टीकरण भेजा। कंपनी ने बताया कि नई नियुक्तियों में देरी का मुख्य कारण उनके क्लाइंट प्रोजेक्ट्स का अस्थायी स्थगन है। इसके अलावा, कंपनी ने वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं का भी हवाला दिया, जिससे बाजार की मांग में कमी आई है। TCS के मुताबिक, IT उद्योग में प्रोजेक्ट्स के रुकावट का सीधा प्रभाव हायरिंग पर पड़ता है।

छंटनी की चिंता

श्रम मंत्रालय को मिली शिकायत में करीब 600 लेटरल नियुक्तियों में देरी का जिक्र था, साथ ही यह भी चिंता जताई गई थी कि TCS अगले कुछ महीनों में 12,000 कर्मचारियों की छंटनी कर सकता है। हालांकि, कंपनी ने छंटनी की योजनाओं पर स्पष्ट टिप्पणी नहीं की, लेकिन बाजार की कमजोर मांग और प्रोजेक्ट स्थगन के कारण हालात चुनौतीपूर्ण बताए।

क्या है मामला?

हाल ही में कई IT पेशेवरों ने अपनी शिकायत जताई थी कि उन्हें टीसीएस की ओर से नौकरी का ऑफर मिलने के बाद भी महीनों से ऑनबोर्ड नहीं किया जा रहा है। कुछ उम्मीदवारों ने अपनी पुरानी नौकरियां छोड़ दी हैं या नोटिस पीरियड भी पूरा कर लिया है, फिर भी उन्हें नई नौकरी में शामिल नहीं किया गया है। इस देरी के कारण उम्मीदवारों को आर्थिक और पेशेवर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में यूनियन ने केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया से मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 2 August 2025, 1:03 PM IST