

मॉर्गन स्टेनली द्वारा टारगेट प्राइस बढ़ाकर ₹1,450 करने के बाद एक्सिस बैंक के शेयरों में 2.4% की तेजी आई। ब्रोकरेज फर्म ने बैंक को एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक के मुकाबले बेहतर वैल्यू पर बताया है। रिपोर्ट के अनुसार, बैंक दीर्घकालिक दृष्टिकोण से चक्रीय बदलाव की ओर बढ़ रहा है।
एक ओर गिरावट, दूसरी ओर उछाल
New Delhi: शुक्रवार के कारोबारी सत्र में एचडीएफसी बैंक के शेयरों पर दबाव देखा गया और इसके बाद बीएसई पर 26.5 लाख शेयरों की एक बड़ी ब्लॉक डील के कारण शेयरों में 1.6% की गिरावट आई। इसके बाद शेयर 949.95 रुपये पर आ गए, जबकि सुबह के कारोबार में इसकी गिरावट 2% तक भी पहुंच गई। ब्लॉक डील के कारण शेयरों की संख्या में बढ़ोतरी हुई, जिससे निवेशकों में संस्थागत बिकवाली की आशंका और तेज हो गई। हालांकि, खरीदार और विक्रेता की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई, लेकिन सौदे के आकार और समय के कारण बाजार में तात्कालिक प्रतिक्रिया देखी गई।
एचडीएफसी बैंक में देखी गई यह गिरावट मुख्य रूप से एक बड़ी ब्लॉक डील के कारण आई। ब्लॉक डील का मतलब है कि एक बड़ा निवेशक किसी एक समय में बड़ी संख्या में शेयरों का लेन-देन करता है। इन सौदों का प्रभाव बाजार में अचानक बड़े बदलाव का कारण बन सकता है, खासकर जब इसमें भारी संख्या में शेयर शामिल हों। इस सौदे के बाद निवेशकों के बीच यह चिंता बनी कि संस्थागत निवेशक अपने शेयर बेचने का प्रयास कर सकते हैं, जिससे शेयर की कीमत में गिरावट आ सकती है। यह गिरावट तत्काल रूप से इंट्राडे (दैनिक) कारोबार में देखी गई।
माना जा रहा है कि यह गिरावट अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है, खासकर अगर ऐसे ब्लॉक डील्स और संस्थागत बिकवाली का सिलसिला जारी रहता है। यह भारतीय शेयर बाजार में एक सामान्य प्रवृत्ति है, जब बड़े निवेशक अपनी हिस्सेदारी घटाने का निर्णय लेते हैं।
वहीं दूसरी ओर, मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट ने एक्सिस बैंक के लिए सकारात्मक रुख दिखाया। ब्रोकरेज फर्म ने एक्सिस बैंक पर अपनी 'ओवरवेट' रेटिंग को बनाए रखते हुए, बैंक के लक्ष्य मूल्य को बढ़ाकर 1,450 रुपये कर दिया है। मॉर्गन स्टेनली का कहना है कि एक्सिस बैंक का प्राइस-टू-बुक (P/B) अनुपात एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक की तुलना में 30-40% छूट पर है, और बैंक में खुदरा जमा वृद्धि और ऋण प्रसार के चलते मूल्यांकन में सुधार की उम्मीद है।
HDFC बैंक फिसला, एक्सिस बैंक में रफ्तार
इसके बाद एक्सिस बैंक के शेयरों में 2% की वृद्धि आई, और यह 1,187.70 रुपये तक पहुंच गए। मॉर्गन स्टेनली ने यह भी कहा कि एक्सिस बैंक में सुधार धीरे-धीरे देखने को मिलेगा, हालांकि इसमें 2-3 साल का समय लग सकता है। साथ ही, बैंक ने पिछले साल कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, और वैश्विक आर्थिक सुधार के साथ बैंक में तेजी आ सकती है।
मॉर्गन स्टेनली ने अपने नवीनतम अनुमान में एक्सिस बैंक के तीन प्रमुख परिचालन मीट्रिक्स- शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM), ऋण वृद्धि और क्रेडिट लागत- के सकारात्मक रुझानों की उम्मीद जताई है। हालांकि, यह सुधार वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों पर निर्भर करेगा और इसे पूरा होने में समय लग सकता है। ब्रोकरेज फर्म ने अपने मूल्य लक्ष्य को 1,450 रुपये तक बढ़ाया है, जो इसके पिछले बंद भाव से 25% अधिक है।
मॉर्गन स्टेनली ने यह भी जोड़ा कि एक्सिस बैंक की तुलना में बड़े निजी बैंकों, जैसे एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक, के मुकाबले बैंक का मूल्यांकन छूट पर हो रहा है। इस कारण से, आने वाले समय में बैंक के लिए पुनर्मूल्यांकन की संभावना जताई जा रही है, और यह एक सकारात्मक संकेत हो सकता है। हालांकि, ब्रोकरेज फर्म ने यह भी स्पष्ट किया कि यह सुधार मध्यम अवधि में दिखाई देगा, और अभी भी एक्सिस बैंक को कुछ बाहरी और आंतरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
एचडीएफसी बैंक के लिए तात्कालिक स्थिति थोड़ी अनिश्चित दिख रही है। बैंक के शेयरों में गिरावट के बावजूद, इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति और बड़े ग्राहक आधार को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है। बैंक की स्थिरता और लंबी अवधि की विकास क्षमता को ध्यान में रखते हुए, यह एक अच्छा निवेश विकल्प हो सकता है, बशर्ते कि निवेशक अपने निवेश की अवधि के बारे में सोचें। हालांकि, इन संस्थागत बिकवाली के प्रभाव को देखते हुए, आने वाले समय में एचडीएफसी बैंक के शेयरों में और भी उतार-चढ़ाव हो सकते हैं।
कुल मिलाकर, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक दोनों के लिए हालात अलग-अलग हैं। एचडीएफसी बैंक में ब्लॉक डील और संस्थागत बिकवाली के कारण गिरावट देखी जा रही है, जबकि एक्सिस बैंक में मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के कारण तेजी आई है। हालांकि, दोनों ही बैंक अपनी स्थिति मजबूत कर रहे हैं, और निवेशकों को इन दोनों शेयरों में अपने निवेश के निर्णय को ध्यान से लेना होगा।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है, यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।