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सोने और चांदी की कीमतों में तेजी थमने का नाम नहीं ले रही है। भारतीय बाजार में सोना 7 हफ्तों के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। फेड रेट कट और डॉलर की कमजोरी ने तेजी को और बढ़ावा दिया।
सोने, चांदी में उछाल (फोटो सोर्स- गूगल)
New Delhi: सोने के दाम थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। भारतीय सर्राफा बाजार में 12 दिसंबर 2025 को 24 कैरेट 10 ग्राम शुद्ध सोने का भाव 1,30,046 रुपये तक पहुंच गया है। 22 कैरेट सोने का रेट 1,19,601 रुपये प्रति 10 ग्राम रिकॉर्ड किया गया। यह तेजी निवेशकों और ज्वैलरी खरीदारों के लिए महत्वपूर्ण संकेत है।
999 शुद्धता वाली चांदी की कीमत 1,92,781 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। पिछले कारोबारी दिन यानी गुरुवार शाम को चांदी का भाव 1,88,281 रुपये प्रति किलो था। निवेशकों की नजर सोने और चांदी दोनों पर बनी हुई है, क्योंकि इनकी मांग लगातार बढ़ रही है।
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यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा 0.25% की रेट कट और अगले साल और कट के संकेत ने सोने-चांदी को बढ़ावा दिया। डॉलर इंडेक्स गिरकर 2 महीने के निचले स्तर 98.30 पर आ गया। डॉलर की कमजोरी से सोना और चांदी दूसरी करेंसीज के मुकाबले सस्ता हो गया, जिससे मांग में तेजी आई।
MCX पर फरवरी सोने का वायदा 0.65% की हल्की बढ़त के साथ ₹1,33,328 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। निवेशकों ने तेजी के इस मौके पर गोल्ड और सिल्वर दोनों में निवेश बढ़ा दिया है।
गोल्ड की वैश्विक कीमतें गिरावट में रहीं। कॉमेक्स पर सोने का भाव 4,309 डॉलर प्रति औंस पर था, जबकि गोल्ड स्पॉट 4,278 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड हुआ। चांदी की वैश्विक कीमत 64.19 डॉलर प्रति औंस रही। इसका असर भारतीय बाजार पर भी देखा गया।
सोने का भाव अब अपने 7 हफ्तों के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुका है। निवेशकों और ज्वैलरों की नजरें बढ़ती कीमतों पर हैं। इस तेजी का मुख्य कारण डॉलर इंडेक्स में गिरावट और फेड के रेट कट के संकेत माने जा रहे हैं।
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सोने और चांदी की तेजी निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर ला रही है। ज्वैलरी खरीदते समय निवेशकों को टैक्स, जीएसटी और मेकिंग चार्ज का ध्यान रखना होगा। IBJA द्वारा जारी कीमतें इन चार्ज को शामिल नहीं करती।
विशेषज्ञ निवेशकों को सलाह दे रहे हैं कि वे छोटी अवधि के उतार-चढ़ाव से प्रभावित न हों और लंबी अवधि के रुझान पर ध्यान दें। सोने और चांदी में बढ़त से पोर्टफोलियो का मूल्य बढ़ सकता है।