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गोरखपुर के पीपीगंज थाना क्षेत्र में पनियरा और अकटहवा पुल के पास हुई गोलीबारी के बाद थाना प्रभारी प्रभुदयाल सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। उनके स्थान पर उप निरीक्षक अरुण कुमार को नए प्रभारी निरीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है।
पीपीगंज पुलिस स्टेशन
Gorakhpur: पीपीगंज क्षेत्र में बीते दिनों दो पक्षों के बीच हुए विवाद और पनियरा इलाके में चली गोलीबारी की घटना के बाद गोरखपुर पुलिस प्रशासन पर सवालों की बौछार हो गई है। घटना ने न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया, बल्कि क्षेत्रीय पुलिस की भूमिका को लेकर भी गंभीर चर्चा छेड़ दी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर ने सख्त कार्रवाई करते हुए थाना पीपीगंज के प्रभारी निरीक्षक प्रभुदयाल सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार, पनियरा के अकटहवा पुल के पास हुए विवाद में गोली चलने और कई लोगों के घायल होने की घटना के दौरान पुलिस की प्रतिक्रिया बेहद धीमी रही। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सूचना देने के बावजूद पुलिस समय पर मौके पर नहीं पहुंची, जिसके चलते स्थिति बिगड़ती चली गई। मामले की जांच में यह बात सामने आई कि थाना पीपीगंज पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और क्षेत्र में बढ़ते तनाव को रोकने के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए।
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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जनपद में कानून व्यवस्था को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पुलिस अधिकारियों को जनता की सुरक्षा और शांति व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी, अन्यथा कार्रवाई तय है।
एसएसपी ने निरीक्षण और रिपोर्ट के आधार पर प्रभुदयाल सिंह को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया और उनके स्थान पर उप निरीक्षक अरुण कुमार को पीपीगंज थाना प्रभारी का दायित्व सौंपा गया है। नए थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि वे क्षेत्र में शांति व्यवस्था बहाल करें और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
स्थानीय जनता ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि नए प्रभारी के नेतृत्व में क्षेत्र में पुलिस की कार्यशैली में सुधार देखने को मिलेगा। वहीं, पुलिस महकमे में यह कार्रवाई चर्चा का विषय बनी हुई है।