

फतेहपुर की SDM अर्चना अग्निहोत्री को त्रुटिपूर्ण बेदखली और प्रशासनिक लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया। अब सबकी निगाहें PCS एसोसिएशनों की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।
PCS अर्चना अग्निहोत्री SDM पद से निलंबित
Fatehpur: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर पीसीएस अफसर की निलंबन की कार्रवाई सुर्खियों में है। फतेहपुर जिले की उप जिलाधिकारी (SDM) अर्चना अग्निहोत्री को नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव आईएएस एम. देवराज द्वारा निलंबित कर दिया गया है। यह निलंबन बरमतपुर गांव में हुए एक विवादित और नियमविरुद्ध बेदखली प्रकरण में प्रशासनिक लापरवाही के आरोप में किया गया है।
फतेहपुर के तहसील प्रशासन ने ग्राम बरमतपुर में त्रुटिपूर्ण ढंग से बेदखली की कार्रवाई की थी। आरोप है कि यह कार्रवाई कानूनी प्रक्रियाओं की अनदेखी करते हुए जल्दबाजी में की गई, जिसमें पीड़ित पक्ष को उचित सुनवाई का अवसर नहीं दिया गया। इससे भी गंभीर बात यह है कि SDM अर्चना अग्निहोत्री ने बतौर क्षेत्रीय अधिकारी, मौके का निरीक्षण तक नहीं किया, जिससे कार्रवाई की वैधता पर सवाल खड़े हो गए।
प्रमुख सचिव (नियुक्ति एवं कार्मिक) एम. देवराज ने इस मामले को सरकारी कार्य में गंभीर लापरवाही माना है। आदेश के अनुसार, SDM ने ना केवल प्रशासनिक प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया, बल्कि स्थानीय स्तर पर उत्पन्न संवेदनशील स्थिति को भी नजरअंदाज किया, जिससे शासन की छवि पर नकारात्मक असर पड़ा।
विवाद अब इसलिए और गहराता जा रहा है क्योंकि बताया जा रहा है कि SDM अर्चना अग्निहोत्री को अपनी बात रखने का पूरा मौका नहीं दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, निलंबन से पहले कोई विस्तृत स्पष्टीकरण या विभागीय सुनवाई नहीं हुई, जो कि नियम प्रक्रिया का अहम हिस्सा है। ऐसे में प्रशासनिक पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे हैं।
उत्तर प्रदेश में PCS अधिकारियों के दो प्रमुख संगठन हैं- उत्तर प्रदेश पीसीएस एसोसिएशन और राजस्व संघ। इन दोनों एसोसिएशनों की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
यह पहला मौका नहीं है जब पीसीएस अधिकारियों पर कार्रवाई हुई हो और एसोसिएशन की भूमिका सवालों में आई हो। इससे पहले भी कई पीसीएस अधिकारियों के निलंबन या स्थानांतरण मामलों में एसोसिएशन की निष्क्रियता चर्चा का विषय बनी रही है।