

पटना में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच उस वक्त हिंसक झड़प हो गई, जब भाजपा ने राहुल गांधी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में कांग्रेस कार्यालय पर हमला किया। भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि कांग्रेस ने पथराव किया, वहीं कांग्रेस ने भाजपा पर बाहर से हमला करने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी की टिप्पणी पर गरमाया राजनीतिक माहौल
Patna: पटना में एक बार फिर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हो गई। यह झड़प राहुल गांधी की मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी पर हुई, जिसके विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय पर धावा बोल दिया। इस मामले ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की झड़ी लगाई है।
भाजपा कार्यकर्ताओं का दावा है कि वे पटना में कांग्रेस कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, जब अचानक पथराव शुरू हो गया। भाजपा के नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पहले पथराव किया और फिर कांग्रेस कार्यालय के गेट पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला बोला। भाजपा के अनुसार, इस दौरान कई कार्यकर्ता घायल हुए और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के आरोपों का खंडन करते हुए दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने बाहर से आकर पथराव किया। उनका कहना था कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने जानबूझकर माहौल खराब किया और कांग्रेस कार्यालय पर हमला किया। इस घटना के दौरान कई कार्यकर्ता पार्टी के झंडों से एक-दूसरे को पीटते हुए नजर आए, जिससे स्थिति और भी बिगड़ गई।
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यह घटना राहुल गांधी की रैली से जुड़ी हुई है, जब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी। राहुल गांधी ने अपनी भाषण में प्रधानमंत्री मोदी को लेकर तीखी आलोचना की और कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जो बाद में विवाद का कारण बने। इस टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर तीखा विरोध किया। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, "सत्य और अहिंसा के आगे असत्य और हिंसा टिक ही नहीं सकते। मारो और तोड़ो, जितना मारना-तोड़ना है - हम सत्य और संविधान की रक्षा करते रहेंगे। सत्यमेव जयते।"
यह घटना पटना में एक बड़ा विवाद बन चुकी है। कांग्रेस कार्यालय के बाहर हुई हिंसा के बाद से शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को शांति बनाए रखने की चेतावनी दी है। इस घटना के बाद पटना में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है और कांग्रेस व भाजपा के कार्यकर्ता एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके अलावा, यह वही स्थान था, जहां राहुल गांधी, उनकी बहन प्रियंका वाड्रा और राजद नेता तेजस्वी यादव ने मोटरसाइकिल रैली के जरिए मुजफ्फरपुर के लिए रवाना होने की योजना बनाई थी। इसके बाद से दोनों दलों के समर्थकों के बीच वाकयुद्ध की स्थिति बन गई है और मामला बढ़ता जा रहा है।
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इस पूरे घटनाक्रम के पीछे मुख्य विवाद राहुल गांधी की उस बयानबाजी को लेकर है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के बारे में अभद्र टिप्पणी की थी। भाजपा का आरोप है कि यह बयान कांग्रेस के अंदर की आंतरिक राजनीति और राहुल गांधी के गुस्से को दर्शाता है। इसके विपरीत, कांग्रेस का कहना है कि यह बयान कुछ नेताओं द्वारा की गई आलोचना का हिस्सा था, जो भाजपा की नीतियों और प्रधानमंत्री की कार्यशैली से असंतुष्ट हैं। भाजपा का यह भी आरोप है कि कांग्रेस ने जानबूझकर इस बयान को बढ़ावा दिया और इसका फायदा लेने के लिए इसे सोशल मीडिया पर फैलाया, जिससे पार्टी की छवि और लोकप्रियता पर असर पड़ा।