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फतेहपुर टांडा में किसानों की सिंचाई नहर अवैध प्लाटिंग के कारण बंद हो गई, जिससे गन्ने की फसल पूरी तरह सूख गई। प्रभावित किसान प्रशासन से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और चेतावनी दी है कि अगर समस्या न सुलझी तो वह हड़ताल और आत्महत्या तक कर सकते हैं।
Dehradun: जीवनवाला ग्राम सभा के फतेहपुर टांडा में किसानों की सिंचाई नहर अवैध प्लाटिंग के कारण बंद कर दी गई है। नहर बंद होने के कारण खेतों में खड़ा गन्ना सूख गया और किसानों का लाखों रुपये का निवेश बर्बाद हो गया। किसान इस पर गहरी चिंता और आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।
डिंपल सैनी, जो दिवंगत हरदयाल सिंह सैनी की पुत्रवधू हैं, ने बताया कि उनके खेतों में गन्ने की फसल थी, जिसे प्लाटिंग करने वाले डीलरों ने सिंचाई नहर पर कब्जा करके नुकसान पहुंचाया है। किसानों के अनुसार, कुछ प्रॉपर्टी डीलरों ने खेती की जमीन खरीद कर अवैध तरीके से प्लाटिंग कर दी है। इसके लिए उन्होंने सिंचाई की नहर को भी ध्वस्त कर कब्जे में ले लिया।
स्थानीय किसान गुरमीत सिंह ने बताया कि दशकों से यह नहर खेतों की सिंचाई के लिए इस्तेमाल होती रही है। नहर बंद होने से उनकी और अन्य किसानों की गन्ना फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। किसानों ने कहा कि प्रशासन से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे आक्रोश बढ़ गया है। प्रभावित किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वह हड़ताल से लेकर आत्मघाती कदम उठाने तक पर विचार कर सकते हैं।