

रुद्रप्रयाग में हुई अतिवृष्टि के कारण कई तहसीलों में भारी नुक्सान हुआ है। मलबे के सैलाब ने कई गांवों को तबाह कर दिया। हजारों लोग बेघर हो गए। कईयों का जीवन पटरी से उतर गया है।
यूपी से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची राहत सामग्री
Rudraprayag: प्राकृतिक आपदा की मार से जूझ रहे उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राहत का मरहम लगाया है।जनपद रुद्रप्रयाग में हुई अतिवृष्टि के कारण तहसील बसुकेदार के बाँगर क्षेत्र की ग्राम पंचायतें—डुंगर, बड़ेथ, जौला, तालजामण, उछोला, बक्सीर, मथ्या, घंघासु, भुनाल, खोड़, स्यूर, किमाना, दानकोट, पाटियों, डाँगी, कुड़ी अदुली, भटवाड़ी, बकोला आदि गंभीर रूप से नुक्सान हुआ।
आपदा प्रभावित क्षेत्र में मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने सहयोग का हाथ बढ़ाया। जिस पर जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश का आभार जताया।
जानकारी के अनुसार आपदा में सबके साथ उत्तर प्रदेश सरकार मुहीम के तहत 6 ट्रकों में खाद्यान्न, राशन किट, तिरपाल, टेंट व आवश्यक सामग्री पहुंची। इस विकट परिस्थिति में जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग द्वारा हेलीकॉप्टर सहित विभिन्न माध्यमों से प्रभावित गाँवों तक आवश्यक राहत सामग्री पहुँचाई गई है।
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इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी संवेदनशील पहल की है। मा० मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ जी ने आपदा में सबके साथ उत्तर प्रदेश सरकार मुहीम के तहत आपदा प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति एवं परिवार को खाद्यान्न व दैनिक उपयोग की सामग्री उपलब्ध करने हेतु राहत सामग्री से भरे कुल 6 ट्रक जनपद मुख्यालय रुद्रप्रयाग में पहुंचाए।
यूपी से आपदाग्रस्त क्षेत्रों पहुंची राहत सामाग्री
इन ट्रकों में राशन किट, खाद्यान्न सामग्री, तिरपाल, टेंट, बाल्टियाँ एवं अन्य आवश्यक वस्तुएँ सम्मिलित हैं। इन्हें जिला प्रशासन की देखरेख में शीघ्र ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों में भेजकर स्थानीय ग्रामीणों में वितरित किया जाएगा।
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इस मानवीय सहयोग एवं आपदा की घड़ी में तत्परता दिखाने हेतु जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश सरकार का हृदय से धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया है।
जनपद के पूर्वी बांगर क्षेत्र में बादल फटने से छेनागाड़ गांव पूरी तरह तबाह हो गया। भारी मलबे और बोल्डरों ने 15 से अधिक दुकानों और मकानों को बहा दिया। इस घटना में चार नेपाली मजदूर और एक वनकर्मी सहित आठ लोग लापता हैं।
मलबे ने सड़कों और पैदल मार्गों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे बचाव दलों को घटनास्थल तक पहुंचने में कठिनाई हुई। जखौली ब्लॉक के टेंडवाल गांव में एक आवासीय मकान जमींदोज होने से सरिता देवी नामक महिला की मलबे में दबने से मौत हो गई।