केदारनाथ में हेलीकॉप्टर हादसों के बाद सेवाएं बंद; अब तक 13 हजार से अधिक टिकट रद्द, जानें कितने का हुआ नुकसान

इस वर्ष केदारनाथ में कई हेलीकॉप्टर हादसे देखने को मिले हैं, जिसके बाद हेली सेवाएं बंद कर दिए गए। इस दौरान करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। पूरी खबर के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 23 June 2025, 8:25 AM IST
google-preferred

हरिद्वार: चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ में हेलीकॉप्टर हादसों और लगातार खराब मौसम ने श्रद्धालुओं की यात्रा को बुरी तरह प्रभावित किया है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि हेली सेवा संचालित करने वाली कंपनियों ने उड़ानें बंद कर दी हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक अब तक कुल 13304 टिकट रद्द हो चुके हैं, जिससे कंपनियों को 8.65 करोड़ रुपये से अधिक का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। घाटी में बीते एक सप्ताह से एक भी हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका।

शनिवार को हुए इतने टिकट रद्द
शनिवार को भी गुप्तकाशी, फाटा और शेरसी हेलीपैड से कोई हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया। दिनभर बादल और कोहरे के चलते मौसम ने रुकावट डाली, जिस कारण ट्रांस भारत, पवन हंस, ग्लोबल वेक्ट्रा, हिमालयन हेली और एरौ हेली जैसी कंपनियों की सेवाएं स्थगित रहीं। सिर्फ शनिवार को ही 658 टिकट कैंसल कर दिए गए। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को बिना दर्शन किए लौटना पड़ा।

नोडल अधिकारी राहुल चौबे का बयान
हेली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे के अनुसार, खराब मौसम की वजह से उड़ानों पर ब्रेक लगा है और सुरक्षा कारणों के चलते सभी कंपनियां घाटी से हटने की तैयारी में हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि रविवार 22 जून को अधिकांश हेली कंपनियां अपने ऑपरेशन पूरी तरह बंद रही।

शुरुआत से ही चुनौती भरी रही चारधाम यात्रा
इस बार की चारधाम यात्रा शुरुआत से ही चुनौतीपूर्ण रही। 2 मई को यात्रा शुरू हुई और शुरुआती हफ्तों में ही मौसम ने रोड़ा अटकाया। साथ ही भारत-पाक तनाव की स्थिति ने भी उड़ानों पर असर डाला। 7 जून को बडासू के पास क्रिस्टल कंपनी के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग और फिर 15 जून को आर्यन हेली के क्रैश ने हालात और खराब कर दिए। इसके बाद DGCA की सख्ती और उड़ानों पर नियंत्रण के चलते रोजाना सैकड़ों टिकट रद्द होने लगे।

इस माह खुल सकती है हेली सेवाएं
प्रशासन ने एहतियातन चारधाम की सभी हेली सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं। अब ये सेवाएं सितंबर के आसपास ही दोबारा शुरू होने की उम्मीद है, जब मानसून थम जाएगा और मौसम अनुकूल होगा। इस स्थिति से सबसे अधिक प्रभावित वे श्रद्धालु हुए हैं जो हेलीकॉप्टर सेवा के भरोसे यात्रा पर निकले थे। उन्हें अब या तो पैदल यात्रा करनी होगी या अपनी योजना स्थगित करनी पड़ेगी।

Location : 

Published :