Rudraprayag News: भव्य समारोह के साथ खुले श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट, श्रद्धालुओं में उत्साह

रुद्रप्रयाग में स्थित द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट आज बुधवार को विधि-विधान के साथ भव्य रूप से खोल दिए गए। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 21 May 2025, 3:22 PM IST
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रुद्रप्रयाग: पंचकेदारों में प्रतिष्ठित द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट आज बुधवार, 21 मई को कर्क लग्न में पूर्वाह्न 11:30 बजे विधि-विधान के साथ भव्य रूप से खोल दिए गए। इस शुभ अवसर पर 'ऊँ नमः शिवाय' के उद्घोष के साथ मंदिर के कपाट तीर्थयात्रियों के दर्शनार्थ खोले गए। इस पवित्र मौके पर 300 से अधिक तीर्थयात्री और स्थानीय श्रद्धालु कपाट खुलने के साक्षी बने। मंदिर को इस अवसर पर रंग-बिरंगे फूलों से आकर्षक रूप से सजाया गया था, जिसने इस धार्मिक आयोजन को और भी भव्य बना दिया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कपाट खुलने की प्रक्रिया सुबह 10:30 बजे से शुरू हुई। इस दौरान, मंदिर में द्वार पूजा का आयोजन किया गया। साथ ही भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली मंदिर प्रांगण में पहुंची। पूजा-अर्चना और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ साढ़े ग्यारह बजे मंदिर के कपाट खोले गए। कपाट खुलने के बाद पुजारी शिवलिंग स्वामी ने भगवान मद्महेश्वर के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप में श्रृंगारित किया। इसके पश्चात श्रद्धालुओं ने पहले निर्वाण दर्शन किए और फिर श्रृंगार दर्शन का सौभाग्य प्राप्त किया। इससे पहले, भगवान मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली ने मंदिर के भंडार और बर्तनों का निरीक्षण किया, जो इस पवित्र परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

श्रद्धालुओं को दी शुभकामनाएं

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने इस यात्रा सीजन के लिए व्यापक तैयारियां की हैं, ताकि तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। बीकेटीसी के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कपाट खुलने के अवसर पर सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं और आशा व्यक्त की कि इस वर्ष बड़ी संख्या में भक्त भगवान मद्महेश्वर के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि समिति तीर्थयात्रियों की सुविधा और यात्रा की सफलता के लिए प्रतिबद्ध है। बीकेटीसी के उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, विजय कपरवाण और मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने भी इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त की और श्रद्धालुओं का स्वागत किया।

बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री मद्महेश्वर की चल विग्रह डोली 18 मई को श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ से रवाना हुई थी। 19 मई को डोली प्रथम पड़ाव राकेश्वरी मंदिर, रांसी पहुंची और 20 मई को द्वितीय पड़ाव गौंडार में प्रवास किया। आज, 21 मई को सुबह डोली श्री मद्महेश्वर मंदिर पहुंची, जहां कपाट खुलने का विधिवत आयोजन किया गया।

इस अवसर पर पंच गोंडारी हक-हकूकधारी, बीकेटीसी के पूर्व सदस्य शिवसिंह रावत, वेदपाठी अरुण नौटियाल, प्रबंधक प्रकाश पुरोहित, देवरा प्रभारी देवेंद्र पटवाल, डोली यात्रा प्रभारी दीपक पंवार सहित गौंडार गांव के हक-हकूकधारी और तीर्थयात्री उपस्थित रहे। श्री मद्महेश्वर मंदिर के कपाट खुलने से पंचकेदार यात्रा का एक नया अध्याय शुरू हुआ है, जो श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक शांति और भक्ति का अवसर प्रदान करता है।

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