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हल्द्वानी के बनभूलपुरा रेलवे भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रशासन और पुलिस ने पूरे क्षेत्र में निगरानी कड़ी की है और फोर्स तैनात कर दी गई है। मामले को लेकर जिले में तनाव बढ़ गया है और सभी की नजरें कोर्ट के फैसले पर टिक गई हैं।
इलाके में लगा कर्फ्यू
Nainital: नैनीताल के बनभूलपुरा इलाके में रेलवे की जमीन पर लंबे समय से चल रहे अतिक्रमण मामले में सुप्रीम कोर्ट जल्द ही फैसला सुना सकता है। हल्द्वानी में सभी की नजरें कोर्ट के फैसले पर टिकी हुई हैं। प्रशासन ने इसके पहले ही सुरक्षा कड़ी कर दी है। रेलवे अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन और पुलिस ने बैठक कर पूरी रणनीति तय कर ली है। बनभूलपुरा इलाके को पूरी तरह से संवेदनशील क्षेत्र घोषित कर दिया गया है और भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
किस मामले को लेकर होगी सुनवाई?
यह जमीन लगभग 30 हेक्टेयर में फैली है और इस पर अतिक्रमण के कई मामले सामने आए थे। वर्ष 2022 में इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। उसके बाद वर्ष 2023 में हाईकोर्ट ने जमीन खाली करने का आदेश दिया था। उसके बाद रेलवे प्रशासन ने जिला प्रशासन की मदद से अतिक्रमण हटाने की कोशिश की थी, लेकिन स्थानीय विरोध और सुप्रीम कोर्ट में अपील की वजह से कार्रवाई रुकी रही। अब मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और मंगलवार को इस पर बड़ा फैसला आने की संभावना है।
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पुलिस की अपील- अफवाहों पर ध्यान न दें
एसपी क्राइम जगदीश चंद्रा ने बताया कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया गया है। उन्होंने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाहों पर ध्यान न दें और कोर्ट के फैसले का सम्मान करें। सिटी मजिस्ट्रेट गोपाल सिंह चौहान ने कहा कि प्रशासन हर स्थिति पर नजर रखे हुए है और कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जाएगी।
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8 फरवरी 2024 को विवाद में हुई थी 4 की मौत
बनभूलपुरा का यह इलाका पहले भी विवादों में रहा है। बीते 8 फरवरी 2024 को नजूल जमीन पर अवैध मदरसा बनाए जाने के मामले में प्रशासन ने ध्वस्तीकरण कराया था। उस दौरान विरोध और हिंसा की घटनाएं हुई थी। अराजकतत्वों ने बनभूलपुरा थाने पर पथराव किया और फोर्स को घायल किया। हिंसा में चार लोगों की मौत हुई थी। इसमें कई अधिकारी, पुलिस और मीडिया कर्मी भी घायल हुए थे। तब कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कर्फ्यू भी लगाया गया था।