

नैनीताल जिले के कोसी घाटी में दो अलग-अलग सड़क हादसे हुए, जिनमें एक पिकअप वाहन और एक ट्रक शामिल थे। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इन हादसों में किसी की जान नहीं गई। स्थानीय लोग आरोप लगा रहे हैं कि सुरक्षा व्यवस्था नाकाम रही, खासकर टूटे क्रश बैरियर के कारण।
कोसी घाटी में दो सड़क हादसे
Nainital: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब कोसी घाटी में दो अलग अलग जगहों पर सड़क हादसे हुए, जिसके बाद इलाके में अफरा तफरी मच गई। पहला हादसा अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर रातीघाट के पास हुआ। जहां एक पिकअप वाहन अचानक ब्रेक फेल होने के बाद अनियंत्रित हो गया। चालक ने जैसे तैसे वाहन को संभालने की कोशिश की। लेकिन गाड़ी पहाड़ी से जा टकराई और फिर हाईवे पर ही पलट गई।
वाहन के अंदर फंसा चालक
बता दें कि हादसे के बाद गाड़ी के अंदर ही चालक फंस गया। जिस वक्त ये हादसा हुआ उस दौरान रास्ते से गुजर रहे लोग और अन्य वाहन चालकों ने मिलकर घायल ड्राइवर को बाहर निकाला। राहत की बात ये रही कि किसी की जान नहीं हुईऔर बड़ी अनहोनी टल गई।
दूसरा सड़क हादसा
इसी दिन दूसरा हादसा रतौड़ा गांव के पास हुआ। जहां एक ट्रक अचानक मोटर मार्ग से फिसलकर नीचे खेतों की ओर उतर गया। गाड़ी जैसे ही सड़क से नीचे गई। वैसे ही गांव के लोग मौके की तरफ दौड़े। इस घटना में भी कोई जनहानि नहीं हुई। ट्रक चला रहे ड्राइवर को किसी तरह से चोटें नहीं आईं। लोग बस भगवान का शुक्र मना रहे थे कि दोनों घटनाओं में जान का नुकसान नहीं हुआ।
हादसे को लेकर लोगों का आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस मोटर मार्ग पर ट्रक नीचे लुढ़का। वहां कुछ समय पहले करोड़ों रुपये की लागत से क्रश बैरियर लगाए गए थे। लेकिन अब वे टूटे फूटे पड़े हैं। लोगों का आरोप है कि अगर क्रश बैरियर मजबूत होते तो शायद ट्रक सड़क से नीचे न गिरता। अब सवाल उठने लगे हैं कि आखिर इतनी बड़ी रकम खर्च करने के बाद भी सुरक्षा के इंतजाम क्यों नाकाम साबित हुए।
प्रशासन ने साधी चुप्पी
इन दोनों हादसों की वजह से कुछ वक्त के लिए रास्ते पर यातायात भी प्रभावित हुआ। आने जाने वालों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लेकिन प्रशासन की तरफ से इस पर कोई बयान सामने नहीं आया है। इलाके के लोग अब जवाब चाहते हैं कि आखिर सड़क सुरक्षा के नाम पर होने वाला खर्च क्या वाकई लोगों की जान बचाने लायक है।