

नैनीताल के लालकुआं में एक पुलिसकर्मी की जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लालकुआं में दरोगा ने दबंगों पर लगाया आरोप
नैनीताल: जनपद के लालकुंआ थाना क्षेत्र निवासी एक सेवानिवृत्त दरोगा ने दबंगों पर जबरन उनकी भूमि पर कब्जा करने और धमकी देने का आरोप लगाया है। मामले में दरोगा ने एसपी सिटी से न्याय की गुहार लगाई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मामला लालकुआं क्षेत्र के बिंदुखता इलाके का है।
जानकारी के अनुसार बिन्दुखत्ता के सेवानिवृत दारोगा की जमीन पर कुछ दबंगों ने जबरन कब्जा कर दिया और उस पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया। पीड़ित दरोगा ने आरोप लगाया निर्माण कार्य का विरोध करने पर दबंगों ने उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी।
मामले की शिकायत लेकर जब वह पुलिस के पास गये तो पुलिस ने भी उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। परेशान होकर पीड़ित ने एसपी सिटी प्रकाश चन्द्र आर्य से न्याय की गुहार लगाई। मामला संज्ञान में आने के बाद एसपी सिटी मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी लालकुआं को सौंप दी है।
पीड़ित दरोगा हीरालाल आगरी (70) बिन्दुखत्ता स्थित राजीव नगर प्रथम कारा रोड में रहते हैं।
पीड़ित दरोगा हीरालाल आगरी ने एसपी सिटी को दिए गए शिकायती पत्र में कहा कि वर्ष 2002 में उसने गुलाब राम पुत्र बच्ची राम से 50 हजार रुपए में उक्त जमीन खरीदी थी, जिसके बाद से उक्त भूमि पर तार-बाढ़ कर उनके द्वारा भूमि की देखरेख की जाती रही है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में वह बीमारी से जूझ रहे हैं। इसी दौरान कुछ स्थानीय दबंग उनकी भूमि में लगाई गई तार बाढ़ को तोड़कर जबरन निर्माण कार्य करवा रहे हैं। विरोध करने पर उक्त लोगों द्वारा जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली गलौज और मारपीट की गई जिससे उनके सिर पर गंभीर चोंटे आई।
पीड़ित ने एसपी सिटी से स्थानीय पुलिस की भूमिका पर भी सवालिया निशान लगाए है। उन्होंने कहा कि तहरीर लिखने की बजाय पुलिस ने उन्हें जेल भेजने की धमकी दी और जबरदस्ती भय दिखाकर राजीनाम तहरीर कराकर भूमि पर कब्जा विपक्षियों को दे दिया। एसपी सिटी प्रकाश चन्द्र आर्य ने कहा कि मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी लालकुआं को सौंपी गई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।