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नैनीताल में रेलवे भूमि अतिक्रमण मामले के फैसले से पहले पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है। जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 21 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है और 121 लोगों को चिन्हित किया गया है। सोशल मीडिया पर भी अफवाहों और भड़काऊ सामग्री पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
रेलवे भूमि अतिक्रमण फैसले से पहले नैनीताल अलर्ट
Haldwani: नैनीताल जिले में बहुचर्चित रेलवे भूमि अतिक्रमण मामले पर फैसला अब कुछ ही घंटों में आ सकता है। जिला प्रशासन और पुलिस इस फैसले को लेकर पूरी तरह अलर्ट मोड में आ चुके हैं। संभावित तनाव और अशांति की आशंका को देखते हुए सोमवार रात से ही जिलेभर में सुरक्षा व्यवस्था अभूतपूर्व रूप से कड़ी कर दी गई है।
एसएसपी डॉ. मंजुनाथ टी.सी. के निर्देश पर फोर्स को बेहद सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं। अधिकारी हर संवेदनशील क्षेत्र में मौजूद हैं ताकि किसी भी स्थिति को बिगड़ने से पहले नियंत्रित किया जा सके।
फैसले से एक दिन पहले पुलिस ने बड़े पैमाने पर जिलेभर में फ्लैग मार्च, चेकिंग अभियान और सतर्कता-ड्राइव चलाया। एसपी नैनीताल डॉ. जगदीश चंद्र और एसपी सिटी हल्द्वानी मनोज कत्याल ने कई इलाकों का निरीक्षण किया और पुलिस टीमों के साथ हालात का जायजा लिया।
अभियान के दौरान पुलिस ने उन लोगों की पहचान की, जिनसे गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही थी। इसके बाद 121 लोगों पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई, वहीं 21 लोगों को हिरासत में लिया गया। इनमें वे व्यक्ति भी शामिल हैं जो पहले बनभूलपुरा हिंसा, पथराव और थाने में आगजनी जैसी गंभीर घटनाओं में आरोपी रह चुके हैं। पुलिस को अंदेशा था कि यही लोग फैसला आने के बाद दोबारा भीड़ जुटाकर माहौल खराब कर सकते हैं।
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हल्द्वानी, बनभूलपुरा, काठगोदाम और रेलवे भूमि से जुड़े संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी गई है।
जगह-जगह पुलिस चौकियां मजबूत की गई हैं और हर एंट्री-प्वाइंट पर चेकिंग बढ़ा दी गई है।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भीड़ बनाकर कानून व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश पर तुरंत और कड़ी कार्रवाई होगी। एसएसपी के अनुसार, “कानून व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है, किसी भी तरह की ढिलाई नहीं दी जाएगी।”
जिलेभर में पुलिस की कड़ी सुरक्षा (Img- Google)
जिन लोगों का नाम पहले की हिंसक घटनाओं में सामने आया था, उन पर विशेष नजर रखी जा रही है। पुलिस की इंटेलिजेंस टीम लगातार निगरानी कर रही है कि कहीं कोई समूह भीड़ जुटाने या माहौल खराब करने का प्रयास न करे। पुलिस के अनुसार, उपद्रवियों की सूची पहले से तैयार की गई है और उन पर राउंड-द-क्लॉक मॉनिटरिंग जारी है।
आज के समय में तनाव फैलाने का सबसे तेज माध्यम सोशल मीडिया है। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस ने साइबर टीम को अलर्ट कर दिया है। फर्जी पोस्ट, अफवाहों, भड़काऊ वीडियो या गलत जानकारी फैलाने वालों पर तुरंत FIR दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह की अफवाह पर विश्वास न करें, केवल आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें और शांति बनाए रखने में सहयोग दें। सोशल मीडिया पर निगरानी के साथ-साथ पुलिस व्हाट्सऐप ग्रुप्स और पब्लिक पोस्ट्स पर भी नजर रख रही है।
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इस फैसले का असर केवल हल्द्वानी ही नहीं बल्कि पूरे जिले की कानून व्यवस्था पर पड़ सकता है। फैसला अत्यंत संवेदनशील माना जा रहा है, क्योंकि रेलवे भूमि अतिक्रमण को लेकर पिछले कई महीनों से माहौल तनावपूर्ण रहा है।
प्रशासन की इस कड़ी तैयारी से साफ संकेत मिल रहे हैं कि किसी भी स्थिति को हल्के में नहीं लिया जा रहा। फोर्स, इंटेलिजेंस, रिजर्व कंपनियां और स्थानीय पुलिस सभी घटक अलर्ट पर हैं।