

हरिद्वार के भूपतवाला क्षेत्र से अपहरण नाबालिग लड़की को पुलिस नेत त्काल कार्रवाई करते हुए महज 24 घंटे में बरामद कर लिया। आरोपी कन्हैया को भी परमार्थ घाट से गिरफ्तार किया गया।
आरोपी पुलिस की गिरफ्त में
Haridwar: जनपद हरिद्वार के भूपतवाला इलाके में एक नाबालिग लड़की के अपहरण की घटना सामने आई, लेकिन पुलिस की तत्परता के चलते मामला जल्द ही सुलझा लिया गया। महज 24 घंटे में पुलिस ने अपहृत लड़की को सकुशल बरामद कर आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया।
क्या है पूरा मामला
घटना 22 अगस्त की है, जब शिवनगर रानी गली भूपतवाला निवासी एक व्यक्ति की नाबालिग पुत्री अचानक घर से लापता हो गई। परिजनों ने पहले खुद तलाश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला, तो उन्होंने 23 अगस्त को कोतवाली नगर में तहरीर दी। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि पड़ोस में रहने वाला युवक कन्हैया पुत्र बबलू उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है।
पुलिस ने क्या एक्शन लिया?
तहरीर मिलते ही पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 572/25 धारा 363 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया और मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
लड़की के कोर्ट में बयान दर्ज
पुलिस टीम ने तुरंत हरकत में आकर संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश देना शुरू किया। खोजबीन के दौरान 23 अगस्त की शाम को पुलिस को बड़ी सफलता मिली। जब गुमशुदा नाबालिग और आरोपी कन्हैया को थाना क्षेत्र से बरामद कर लिया गया। लड़की को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया और उसका बयान दर्ज किया गया।
इन धाराओं को बढ़ाया गया
जांच के बाद मामले में और भी गंभीर धाराएं जोड़ी गई। पुलिस ने आरोपी पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64(2)(ड) और POCSO Act 2012 की धारा 5(ठ)/6 के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की।
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फिर पुलिस हिरासत से भागा आरोपी
हालांकि, पूछताछ के दौरान एक मौका पाकर आरोपी पुलिस हिरासत से फरार हो गया, जिससे थोड़ी देर के लिए खलबली मच गई। लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी। मुखबिर तंत्र और तकनीकी निगरानी की मदद से 24 अगस्त को बंधा रोड स्थित परमार्थ घा से आरोपी कन्हैया को दोबारा पकड़ लिया गया।
इस टीम ने कामयाबी हासिल की
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह, उपनिरीक्षक आशीष नेगी, महिला उपनिरीक्षक अनीता शर्मा, महिला कांस्टेबल शारदा राठी और कांस्टेबल जसविंदर सिंह शामिल थे। टीम ने दिखाया कि मुसीबत के वक्त पुलिस कितनी तेजी और कुशलता से काम कर सकती है।
परिजनों ने पुलिस का जताया आभार
नाबालिग के सकुशल मिलने से परिजनों ने राहत की सांस ली और हरिद्वार पुलिस की कार्यशैली की सराहना की। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि इस घटना में पुलिस ने जिस तेजी से काम किया, उसने लोगों के मन में सुरक्षा को लेकर भरोसा और गहरा किया है।