

नैनीताल पंचायत चुनाव हिंसा और गोलीकांड मामले में पुलिस विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी कार्रवाई की जद में आए, तीन निलंबित किए गए और अब तक दस आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। जांच जारी है। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर साफ कहा कि इन घटनाओं से विभाग की छवि धूमिल हुई है और जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।
एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा
Nainital: नैनीताल पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा और गोलीकांड ने पूरे जिले में हड़कंप मचा दिया है। हालात इतने बिगड़े कि पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे। इन घटनाओं के बाद आखिरकार पुलिस विभाग को सख्त कार्रवाई करनी पड़ी। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर साफ कहा कि इन घटनाओं से विभाग की छवि धूमिल हुई है और जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा।
कार्रवाई के तहत सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी लपेटे में आए हैं। इनमें से तीन को निलंबित कर दिया गया है जबकि कई के तबादले किए गए हैं। तल्लीताल और बेतालघाट थानों में छह से ज्यादा मुकदमे दर्ज हो चुके हैं और जांच के लिए अलग से टीमें बनाई गई हैं। आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया वीडियो खंगाले जा रहे हैं। अब तक दस लोग गिरफ्तार भी हो चुके हैं।
जांच की जिम्मेदारी एसपी जगदीश चंद्रा को सौंपी गई है। वहीं एसएसपी ने साफ किया है कि अगर रेनकोट गैंग या किसी राजनीतिक समूह की भूमिका सामने आती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तार लोगों का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है।
चुनावी हिंसा और पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई के बाद अब मामला और गंभीर हो गया है। प्रशासन पर निष्पक्ष जांच का दबाव बढ़ गया है और सबकी निगाहें इस रिपोर्ट पर टिकी हैं कि असल में किन-किन चेहरों की संलिप्तता सामने आती है।