

रुद्रप्रयाग में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण केदारनाथ हाईवे बार-बार बाधित हो रहा है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने 1 से 3 सितंबर तक यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी है। सतर्क रहने की अपील।
भूस्खलन बना बांसवाड़ा नासूर
Rudraprayag: उत्तराखंड के जनपद रुद्रप्रयाग में लगातार हो रही बारिश ने केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्थित बांसवाड़ा क्षेत्र को भूस्खलन का नासूर बना दिया है। यह इलाका लगातार मलबा और पत्थरों की चपेट में है, जिससे केदारनाथ हाईवे पर आंख मिचौली की स्थिति बनी हुई है, कभी मार्ग खुलता है तो कभी अचानक बंद हो जाता है। 30 और 31 अगस्त को भी यह मार्ग करीब 7 से 8 घंटे तक बाधित रहा।
एसपी रुद्रप्रयाग अक्षय प्रल्हाद कोंडे ने 1 सितंबर को स्वयं बांसवाड़ा क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने पाया कि मार्ग अत्यंत खतरनाक स्थिति में है ऊपर सीधी खड़ी चट्टान से मलबा और पत्थर गिरते रहते हैं, वहीं नीचे की सड़क फिसलन भरी बनी हुई है। ऐसे में कुछ देर के लिए अगर मार्ग खुल भी जाता है, तो वाहन चालकों के लिए यह अत्यंत जोखिमपूर्ण हो जाता है। एसपी ने यात्रियों को फिलहाल यात्रा न करने और सुरक्षित स्थानों पर रुकने की सलाह दी।
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जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग ने मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए 1 से 3 सितंबर तक केदारनाथ यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया है। जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने सभी विभागों को सतर्क रहने और आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं। अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया कि भारत मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून द्वारा आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे फिलहाल यात्रा न करें और अपने घरों में सुरक्षित रहें। जो तीर्थयात्री पहले से मार्ग में हैं, उन्हें स्थानीय प्रशासन द्वारा चिन्हित सुरक्षित स्थानों पर रुकने और जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए अनिवार्य रूप से लिया गया है।
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उत्तराखंड की जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए प्रशासन द्वारा लिया गया यह निर्णय पूरी तरह यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया है। श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे धैर्य बनाए रखें और मौसम अनुकूल होने तक यात्रा से बचें।