

हरिद्वार में अवैध खनन के खिलाफ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने कुछ ट्रैक्टरों को कब्जे में लिया और माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। स्थानीय लोग पुलिस की कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं।
अवैध खनन पर पुलिस का तगड़ा शिकंजा (सोर्स- गूगल)
Haridwar: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में अवैध खनन पर अब पुलिस का सख्त रुख देखने को मिल रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा जनपद में अवैध खनन के खिलाफ अभियान तेज करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। इन्हीं आदेशों के अनुपालन में मंगलौर पुलिस ने बीती रात बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध खनन में लिप्त चार ट्रैक्टरों को मौके से कब्जे में लेकर सीज कर दिया।
जानकारी के अनुसार, थाना मंगलौर क्षेत्र के ग्राम आमखेड़ी के पास सोनाली नदी में लंबे समय से अवैध खनन की शिकायतें मिल रही थीं। सोमवार देर रात थाना प्रभारी को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि कुछ खनन माफिया नदी से अवैध रूप से बालू निकाल रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस को आता देख खनन माफिया अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए, लेकिन अपने वाहन वहीं छोड़ गए।
हरिद्वार थाना मंगलौर (सोर्स- गूगल)
पुलिस ने मौके से चार ट्रैक्टरों को बरामद किया जो बालू और मिट्टी से लदे हुए थे। सभी वाहनों को कब्जे में लेकर थाना परिसर में लाया गया और नियमानुसार सीज की कार्रवाई की गई। साथ ही खनन माफियाओं के खिलाफ खनन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई है।
थाना प्रभारी ने बताया कि अवैध खनन न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि सरकारी राजस्व की भी भारी हानि हो रही है। ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने चेतावनी दी कि जो भी व्यक्ति अवैध खनन में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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एसएसपी हरिद्वार ने कहा कि जिले में किसी भी स्तर पर अवैध खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं जो संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखेंगी। स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और कहा कि लंबे समय से नदी क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन से गांव की सड़कों और पर्यावरण पर बुरा असर पड़ रहा था। पुलिस की सख्ती से अब लोगों में राहत की भावना है।