

श्रावण मास में कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ है। इसी कड़ी में शनिवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने हरिद्वार के महत्वपूर्ण बैरागी कैंप क्षेत्र का निरीक्षण किया।
हरिद्वार डीएम एसपी पहुंचे बैरागी कैंप
हरिद्वार: श्रावण मास में कांवड़ मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ है। इसी कड़ी में शनिवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने हरिद्वार के महत्वपूर्ण बैरागी कैंप क्षेत्र का निरीक्षण किया।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार निरीक्षण के दौरान डीएम और एसएसपी ने सबसे पहले ड्रोन के माध्यम से चल रहे हवाई निगरानी कार्य की प्रगति की जानकारी ली।
अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन के माध्यम से पूरे कैंप क्षेत्र और उसके आसपास के हिस्सों की निगरानी की जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ पर नजर रखी जा सके और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। इस दौरान अधिकारियों ने ड्रोन टीम को हाई अलर्ट मोड पर काम करने और 24 घंटे निगरानी बनाए रखने के निर्देश दिए।
डीएम मयूर दीक्षित ने साफ शब्दों में कहा कि किसी भी स्तर पर अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने मौके पर मौजूद अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया कि बैरागी कैंप में साफ-सफाई, पेयजल व्यवस्था, चिकित्सा सुविधा और शौचालयों की नियमित जांच की जाए। साथ ही उन्होंने कांवड़ियों के लिए बनाए गए विश्राम स्थलों की भी समीक्षा की और कुछ जगहों पर व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के आदेश दिए।
एसएसपी ने पुलिस बल को निर्देश दिया कि बैरागी कैंप में आने-जाने वाले सभी रास्तों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि ड्रोन निगरानी के अलावा सीसीटीवी कैमरे भी पूरी तरह सक्रिय रहें और उनकी मॉनिटरिंग रियल टाइम में कंट्रोल रूम से की जाए।
निरीक्षण के दौरान डीएम और एसएसपी ने कुछ कांवड़ यात्रियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को भी सुना और मौके पर मौजूद अधिकारियों को त्वरित समाधान के निर्देश दिए। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे शांति और संयम बनाए रखें तथा किसी भी समस्या की स्थिति में तुरंत पुलिस या प्रशासनिक कर्मियों से संपर्क करें।
कांवड़ मेला क्षेत्र में सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है और उच्चाधिकारी स्वयं मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे हैं, ताकि करोड़ों श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।