

भारी बारिश की चेतावनी जारी किए जाने के बाद जिला प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाते हुए 14 अगस्त 2025 को हरिद्वार जिले के सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को पूर्णतः बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है। जिलाधिकारी हरिद्वार ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि सुरक्षा और जनहित को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है, ताकि बच्चों और अभिभावकों को किसी प्रकार की असुविधा या खतरे का सामना न करना पड़े।
हरिद्वार में बारिश का अलर्ट
Haridwar: मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी जारी किए जाने के बाद जिला प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाते हुए 14 अगस्त 2025 को हरिद्वार जिले के सभी स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों को पूर्णतः बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है। जिलाधिकारी हरिद्वार ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि सुरक्षा और जनहित को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है, ताकि बच्चों और अभिभावकों को किसी प्रकार की असुविधा या खतरे का सामना न करना पड़े।
मौसम विभाग के अनुसार, 14 अगस्त को जिले में तेज बारिश के साथ-साथ कई इलाकों में जलभराव और निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात पैदा होने की संभावना है। इसके अलावा पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और मैदानी क्षेत्रों में यातायात बाधित होने के भी आसार जताए गए हैं। इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने शिक्षा विभाग को तत्काल आदेश पारित कर सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि भारी वर्षा के दौरान बच्चों की आवाजाही में दिक्कतें आ सकती हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में कच्चे रास्तों और पुल-पुलियों पर फिसलन का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए यह निर्णय जरूरी था। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि मौसम साफ होने तक बच्चों को घर से बाहर भेजने से बचें और सुरक्षित स्थान पर ही रहें।
प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को भी अलर्ट पर रखा है और संवेदनशील क्षेत्रों में राहत व बचाव दलों को तैनात किया गया है। नगर निगम और संबंधित विभागों को जलभराव वाले इलाकों में पंपिंग मशीन और सफाई दल सक्रिय रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग को भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
हरिद्वार में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है, लेकिन मौसम विभाग का ताजा अलर्ट बताता है कि अगले 24 घंटों में वर्षा की तीव्रता बढ़ सकती है। गंगा नदी के जलस्तर पर भी प्रशासन की विशेष नजर है, ताकि स्थिति बिगड़ने पर समय रहते चेतावनी जारी की जा सके।
जिला प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील की है। साथ ही, किसी भी आपात स्थिति में तत्काल हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करने की सलाह दी है