

डोईवाला के अठूरवाला क्षेत्र में 24 अक्टूबर से पहली बार भव्य रामलीला का आयोजन किया जाएगा। इस रामलीला का उद्देश्य केवल धार्मिक मंचन नहीं, बल्कि समाज में मर्यादा, आदर्श और सत्य का संदेश पुनः जागरूक करना है। पढ़िए पूरी खबर
अठूरवाला में रामलीला के 11 दिनों के मंचन की शुरुआत
Dehradun: 24 अक्टूबर से डोईवाला के अठूरवाला क्षेत्र में पहली बार भव्य रामलीला का आयोजन होने जा रहा है। यह आयोजन अठूरवाला सांस्कृतिक मंच के सौजन्य से होगा, जो क्षेत्र में एक ऐतिहासिक सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में देखा जा रहा है। इस रामलीला के साथ क्षेत्र में न सिर्फ धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक परंपरा का भी शुभारंभ हो रहा है।
रामलीला का मुख्य उद्देश्य केवल श्रीराम कथा का मंचन करना नहीं है, बल्कि समाज में मर्यादा, आदर्श और सत्य के संदेश को पुनः जीवित करना है। आयोजकों का मानना है कि रामलीला के माध्यम से लोगों में धार्मिक और नैतिक मूल्यों को जागरूक किया जा सकेगा।
रामलीला का आयोजन एक सांस्कृतिक कार्यक्रम से कहीं अधिक है। इसे धार्मिक यज्ञ और आध्यात्मिक अनुष्ठान के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। रामलीला के दौरान, कलाकारों और आयोजकों से तामसिक भोजन से परहेज करने की अपील की गई है।
Diwali 2025: डोईवाला में दीवाली की रौनक, कुम्हार समाज में अचानक क्यों मची खुशी की लहर?
23 अक्टूबर को पंडाल पूजन के बाद, 11 दिनों तक सभी कलाकारों और समिति सदस्यों को शुद्ध आहार का पालन करना होगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी व्यक्ति शराब पीकर रामलीला स्थल पर प्रवेश न करे, ताकि कार्यक्रम की धार्मिक भावना बनी रहे।
रामलीला के हर दिन एक महत्वपूर्ण कड़ी को दर्शाएंगे, जिसमें अलग-अलग घटनाओं का मंचन होगा।
पहला दिन: श्रवण लीला, कैलाश लीला, श्रीरामजन्म
दूसरा दिन: ताड़का वध, मारीज-सुबाहू, सीता जन्म
तीसरा दिन: सीता स्वयंवर, परशुराम-लक्ष्मण संवाद
चौथा दिन: कैकई कोपभवन, राम वनवास, भरत-कैकई संवाद
पांचवां दिन: केवट लीला, राम-भरत मिलन
छठा दिन: शूर्पणखा माया, खरदूषण वध, सीता हरण, जटायू वध
सातवां दिन: शबरी-मिलन, श्रीराम हनुमान मिलन, बाली वध
आठवां दिन: अशोक वाटिका, लंका दहन, राम सेतु निर्माण
नवां दिन: अंगद-रावण संवाद, लक्ष्मण शक्ति, संजीवनी बूटी
दसवां दिन: मेघनाथ वध, कुम्भकरण वध, रावण वध
ग्यारहवा दिन: श्रीराम राजतिलक, पुरस्कार वितरण
रामलीला आयोजन में अठूरवाला सांस्कृतिक मंच के सदस्यों ने अपनी पूरी जिम्मेदारी निभाई है। मंच की निदेशक डॉ. ममता कुंवर और अध्यक्ष पुरुषोत्तम गोपाल ने बताया कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी समिति रात-दिन मेहनत कर रही है। इसके अलावा, मीडिया प्रभारी अंशिका डोभाल ने प्रेस वार्ता में कहा कि यह कार्यक्रम क्षेत्र में एक नई सांस्कृतिक धारा का निर्माण करेगा।
Dehradun: डोईवाला उद्योग में अचानक विरोध! कर्मचारियों ने खोला ऐसा राज, जिसे प्रबंधन नहीं चाहता उजागर
रामलीला आयोजन समिति में कई महत्वपूर्ण सदस्य शामिल हैं, जिनमें महासचिव करतार निधि, उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह नेगी, कोषाध्यक्ष रंजीत गुसाई और सह सचिव समर सिंह नेगी प्रमुख हैं। समिति के अन्य सदस्य जैसे विजय प्रकाश कोटियाल, सुधीर रावत, राकेश चौहान और कमल सिंह राणा ने भी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए योगदान दिया है। नगर पालिका अध्यक्ष विमल गोसाई और संजय डावल ने विशेष सहयोग दिया है।
डॉ. ममता कुंवर ने कहा कि रामलीला का उद्देश्य समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक जागरूकता फैलाना है। यह सिर्फ एक नाटक नहीं, बल्कि एक विशेष आध्यात्मिक अनुष्ठान है, जिसमें हर एक क्रिया और घटना को ध्यान से किया जाएगा।