

हरिद्वार में धर्म के नाम पर असामाजिक तत्वों की माहौल खराब करने की फिराक में है जिससे श्रद्धालु बनकर आए उपद्रवी तत्वों पर पुलिस की कड़ी नजर है। हर थाने को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
हरिद्वार में कावंड के भेष में मचा रहे उत्पात
हरिद्वार: हरिद्वार में कांवड़ यात्रा का माहौल इस बार भी कुछ असामाजिक तत्वों की हरकतों से बार-बार बिगड़ता दिखाई दे रहा है। ताजा मामला हरिद्वार के भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में देर रात का है, जहां मामूली कहासुनी के बाद हरियाणा से आए कुछ कांवड़ियों ने जमकर उत्पात मचाया और एक दुकानदार की पूरी दुकान ही तहस नहस कर दी।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार रविवार रात करीब 1 बजे हरिद्वार के अपर रोड मुख्य बाजार स्थित एक चश्मे की दुकान पर कुछ कांवड़िए खरीदारी कर रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर दुकानदार और कांवड़ियों के बीच कहासुनी हो गई। देखते ही देखते बहस इतनी बढ़ गई कि गुस्साए कांवड़ियों ने दुकान में रखे चश्मे, शीशे, गल्ला और अन्य सामान को तोड़फोड़ कर बर्बाद कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में लिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों की मदद से दो उपद्रवी कांवड़ियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार दोनों आरोपी हरियाणा के पानीपत जिले के रहने वाले हैं और कांवड़ यात्रा के लिए हरिद्वार आए थे। पुलिस ने इनके खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और शांति भंग करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
घटना के बाद मौके पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। आसपास के दुकानदारों ने भी रातभर अपनी दुकानों को बंद कर दिया। व्यापारियों में भय का माहौल देखा गया। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और किसी भी हालत में कांवड़ यात्रा की गरिमा को ठेस पहुंचाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेंद्र सिंह डोभाल ने कहा कि श्रद्धालु बनकर आए उपद्रवी तत्वों पर पुलिस की कड़ी नजर है। हर थाने को अलर्ट मोड पर रखा गया है। सीसीटीवी कैमरों से पूरे शहर की निगरानी की जा रही है और पुलिस के विशेष दस्ते रातभर गश्त कर रहे हैं।
स्थानीय व्यापारियों और श्रद्धालुओं से भी अपील की गई है कि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें ताकि पवित्र कांवड़ यात्रा शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराई जा सके। पुलिस ने यह भी साफ कर दिया है कि धार्मिक आस्था के नाम पर उपद्रव करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी।