

हरेला पर्व के मौके पर जीआरपी परिसर में आम, जामुन, अमरूद, नीम, अर्जुन, पापड़ी और कनेर जैसे फलदार और औषधीय पौधों समेत कुल 300 से अधिक पौधे लगाए गए।
Haridwar: उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपराओं और प्राकृतिक धरोहर से गहरे जुड़े लोक पर्व हरेला का आयोजन इस वर्ष भी पूरे प्रदेश में बड़े हर्षोल्लास के साथ किया जा रहा है। इसी क्रम में हरेला पर्व के मौके पर जीआरपी परिसर हरिद्वार में विशेष वृक्षारोपण एवं स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व जीआरपी की एसपी तृप्ति भट्ट ने किया, जो स्वयं पर्यावरण संरक्षण की बड़ी पक्षधर मानी जाती हैं।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार हरेला पर्व के अवसर पर जीआरपी परिसर में आम, जामुन, अमरूद, नीम, अर्जुन, पापड़ी और कनेर जैसे फलदार और औषधीय पौधों समेत कुल 300 से अधिक पौधे लगाए गए।
APPSC Recruitment: आंध्र प्रदेश में बीट ऑफिसर के पदों पर निकली बंपर नौकरियां, तुरंत करें आवेदन
इस अवसर पर एसपी तृप्ति भट्ट ने स्वयं जामुन का पौधा रोपित कर प्रकृति प्रेम और पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया। वहीं एसपी अरुण भारती ने अमरूद का पौधा लगाकर इस अभियान में सहभागिता निभाई।
जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में विशेष बात यह रही कि इसे केवल एक दिन का औपचारिक आयोजन मानकर समाप्त नहीं किया गया, बल्कि इसे पूरे सावन मास तक चलाने का संकल्प लिया गया। एसपी भट्ट ने उपस्थित जवानों को संबोधित करते हुए कहा, “एक पौधा मां के नाम अभियान के तहत हर जवान को चाहिए कि वह अपने द्वारा लगाए गए पौधे को अपनी मां की तरह स्नेह और जिम्मेदारी से संभाले और उसकी देखभाल करे।” उन्होंने सभी को पेड़ों की देखरेख करने की शपथ भी दिलाई।
Flight Energency Landing: देश में क्यों हो रही हैं विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग, यात्री हलकान
वृक्षारोपण के साथ-साथ जीआरपी एवं आवासीय परिसर में सफाई अभियान भी चलाया गया। परिसर में न केवल नए पौधे लगाए गए बल्कि आसपास की साफ-सफाई कर स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित किया गया। जवानों और अधिकारियों ने परिसर की सफाई कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई।
हरेला पर्व के इस अवसर पर जीआरपी के जवानों में उत्साह का संचार देखने को मिला। सभी ने मिलकर हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधे लगाए और भविष्य में भी इस अभियान को निरंतर जारी रखने का संकल्प लिया।
रूस से व्यापार बंद करो या झेलो 100% टैरिफ! भारत-चीन-ब्राजील पर नाटो की आर्थिक घेराबंदी की चेतावनी
एसपी तृप्ति भट्ट ने कहा कि ऐसे प्रयास हर किसी को अपनी जिम्मेदारी के तौर पर करने चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध पर्यावरण मिल सके।
हरेला पर्व जैसे पारंपरिक त्योहारों को वृक्षारोपण और स्वच्छता अभियानों से जोड़कर जीआरपी ने एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो समाज को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने की दिशा में प्रेरक कदम है।