Haridwar: रोह नदी पर चल रहे अवैध खनन पर प्रशासन का बड़ा एक्शन, माफियाओं में हड़कंप

हरिद्वार जनपद के सुमननगर क्षेत्र में रोह नदी पर चल रहे अवैध खनन को लेकर प्रकाशित खबर के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। एक्शन के बाद माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है।

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 9 July 2025, 1:53 PM IST
google-preferred

Haridwar: हरिद्वार जनपद के सुमननगर क्षेत्र में रोह नदी पर चल रहे अवैध खनन को लेकर प्रकाशित खबर के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेंद्र डोभाल के निर्देश पर रानीपुर पुलिस ने गुरुवार सुबह सघन अभियान चलाकर नदी किनारे अवैध खनन में लिप्त एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को मौके पर ही पकड़कर सीज कर दिया।

बता दें कि डायनामाइट न्यूज द्वारा 4 जुलाई को प्रकाशित अवैध खनन से जुड़ी खबर का बड़ा असर सामने आया है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार  पुलिस कार्रवाई से खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया है। बताया गया कि यह ट्रैक्टर-ट्रॉली बिना किसी वैध परमिट या खनन स्वीकृति के नदी से उपखनिज निकाल रही थी।

पुलिस टीम ने अवैध खनन से संबंधित तमाम साक्ष्य एकत्र करते हुए पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट तैयार कर उपजिला अधिकारी को प्रेषित कर दी है, ताकि आगे की वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।

जानकारी के अनुसार अभियान के दौरान पुलिस टीम में रानीपुर थाना प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भंडारी, उप निरीक्षक अर्जुन कुमार, कांस्टेबल परमेंद्र तोमर और कांस्टेबल जयदेव शामिल रहे। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत कर अवैध खनन के दुष्परिणामों के प्रति भी जागरूक किया और ऐसी गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की।

यह अवैध खनन सरकार को राजस्व की भारी हानि पहुंचा रहा था और इसके पीछे संगठित गिरोह का हाथ होने की भी आशंका जताई जा रही है। हरिद्वार में रतमऊ नदी (जो रोह नदी का ही एक हिस्सा है) में अवैध खनन की खबरें आती रही हैं, जहां खनन माफिया सक्रिय हैं।

बता दें कि धड़ल्ले से चल रहे अवैध खनन से नदी के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है। जिससे नदी में खनन करने वाले नेशनल मिशन क्लीन गंगा को पलीता लगा रहे हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेंद्र डोभाल ने कहा कि अवैध खनन को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस की टीमें लगातार सतर्क हैं और भविष्य में भी ऐसे ही औचक निरीक्षण जारी रहेंगे।

डायनामाइट न्यूज की सजग पत्रकारिता से एक बार फिर यह साबित हो गया कि जब मीडिया जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता से उठाता है तो प्रशासन भी मजबूती से कार्रवाई करने को बाध्य होता है।

Location : 

Published :