

हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुए हादसे में घायल एक महिला की मौत हो गई है. महिला का इलाज ऋषिकेश एम्स चल रहा था. एम्स में वह वेंटीलेटर सपोर्ट पर थी. महिला की मौत के साथ हादसे में मरने वालों की संख्या भी बढ़ गई है।
Haridwar: हरिद्वार मनसा देवी मार्ग पर हुए हादसे में घायल महिला ने एम्स में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे में 52 साल की गंभीर घायल महिला को एम्स ट्रॉमा के रेड जोन में भर्ती किया गया था। उनके शरीर पर कई चोटें आई थी।
महिला की मौत के साथ ही हादसे में मरने वालों की संख्या भी बढ़ गई है। मृतक महिला की पहचान फूलमती के रूप में की गई है। फूलमती उत्तर प्रदेश के बाराबंकी की रहने वाली थीं।
गौरतलब है कि बीते रविवार को हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ मचने से बड़ा हादसा हो गया था। भगदड़ में आठ लोगों की मौत हो गई थी। जबकि कई लोग बुरी तरह घायल हो गए थे। हादसे की चपेट में बच्चे भी आए. भीड़ खुद को बचाने के लिए एक दूसरे के ऊपर गिर गए।
आसपास मंदिर की चढ़ाई कर रहे श्रद्धालुओं के बीच किसी ने करंट फैलने की अफवाह फैला दी, जिससे श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। अफरा-तफरी में लोग एक-दूसरे पर गिर गए। चीख-पुकार के बीच कई श्रद्धालु दब गए।
जानकारी के अनुसार हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भारी भीड़ जमा होने के बाद भगदड़ मच गई थी। एम्स में कुल 15 घायल लाए गए थे, जिसमें से पांच को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। 10 अभी यहां भर्ती हैं। इनमें दो साल की एक बच्ची, 26 वर्षीय युवती की स्थिति गंभीर बनी हुई है। वहीं एक महिला का मौत हो गई।
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गौरतलब है कि 27 जुलाई को वीकेंड और रविवार होने के कारण हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भारी भीड़ थी. बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए मनसा देवी मंदिर पहुंचे थे। तभी मंदिर जाने वाले पैदल मार्ग पर यानी सीढ़ियों पर करंट फैलने की अफवाह फैल गई।
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उत्तराखंड सरकार पहले ही मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा कर चुकी है। इसके अलावा मनसा देवी ट्रस्ट की तरफ से भी मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 1-1 लाख रुपए की मुआवजा देने की घोषणा की गई है।