

उत्तराखंड में हो रही मूसलाधार बारिश से पहाड़ दरक कर सड़क पर आ रहे हैं। जिससे आवाजाही प्रभावित हो रही है।
चमोली में भूस्खलन से कई गांवों का संपर्क कटा
चमोली: उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश ने तबाही मची रखी है। चमोली के नंदानगर में गुरुवार को भूस्खलन हो गया जिससे पहाड़ दरकने से सड़क का आधा हिस्सा टूट गया जिससे रामणी-पेरी मोटर मार्ग पूरी तरह से टूट गया।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार विकास खंड के आला, गैरी, सीक और पेरी गांव को यातायात से जोड़ने वाला रामणी-पेरी मोटर मार्ग आला गांव के पास करीब आठ मीटर तक ध्वस्त हो गयी। इसके चलते क्षेत्र की करीब 1500 की जनसंख्या प्रभावित हो गई है।
जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को जल्द सड़क मार्ग को सुचारू करने के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि वर्तमान में तेज बारिश के बाद हुए भूस्खलन से चमोली जनपद में 19 ग्रामीण सड़कें अवरुद्ध हैं। इससे लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है।
वहीं प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से 87 सड़के बंद हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक बंद सड़कों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
परिचालन केंद्र के मुताबिक चमोली जिले में 17, बागेश्वर में 9, अल्मोड़ा में एक, चंपावत में तीन, देहरादून में पांच, नैनीताल में सात, पौड़ी में छह, पिथौराढ़ में 15, रुद्रप्रयाग में चार और टिहरी में आठ सड़कें बंद हैं। जबकि उत्तरकाशी जिले में एक राजमार्ग सहित 12 सड़के बंद हैं।
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मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार देहरादून समेत रुद्रप्रयाग, नैनीताल और बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में तेज दौर की बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है।
देहरादून में भारी बारिश को देखते हुए कक्षा 1 से 12 तक सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र 10 जुलाई को बंद रहेंगे। चमोली और उत्तरकाशी सबसे प्रभावित हैं।
ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सिरोहबगड़ में बीती देर रात से मलबा आने के कारण बाधित है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बारिश के चलते सोनप्रयाग में कुछ समय के लिए यात्रियों को रोका गया।